'वर्ष 2047 तक भारत के लिए उस मुकाम पर पहुंचना मुश्किल लग रहा है, जिसमें दुनिया के लिए 'जॉब वर्क' कर के या लो वैल्यू एडिशन के जरिए पूर्ण विकसित देश बनने का लक्ष्य रखा गया है.' ये मानना है इन्वेस्टमेंट बैंकर और एनाम ग्रुप (Enam Group) के को-फाउंडर और चेयरमैन वल्लभ भंशाली का.
केंद्र सरकार ने के अनुसार, 'विकसित भारत 2047' के तहत 2047 तक देश को विकसित राष्ट्रों की श्रेणी में लाकर खड़ा करना है. इसके लिए इकोनॉमी में हर नागरिक के योगदान और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप करना सरकार का उद्देश्य है.
NDTV प्रॉफिट के एग्जीक्यूटिव एडिटर नीरज शाह के साथ एक इंटरव्यू में वल्लभ भंशाली ने इस बात पर जोर दिया कि भारत जहां है और जहां उसे होना चाहिए, वहां तक पहुंचने के लिए बड़े माइग्रेशन की जरूरत है.
विकसित भारत के लक्ष्य के लिए उन्होंने प्रोडक्टिविटी और ओरिजिनल आइडियाज के साथ सुधारों (Reforms) पर जोर देने की जरूरत बताई.
इन्वेस्टमेंट बैंकर भंशाली ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, 'जल्दी' में रहने वाले व्यक्ति (Man in Hurry) हैं, और हमें जल्दी में रहने वाला देश बनाने की जरूरत है. नहीं तो हम मिडिल इनकम में फंस जाएंगे. उन्होंने कहा, 'हम कम डेमोग्राफिक डिविडेंड या 6-7% (GDP ग्रोथ) के लिए समझौता नहीं कर सकते.'
उन्होंने कहा, 'हमारी प्रति व्यक्ति आय (Per-Capita Income) के स्तर पर, ज्यादातर प्रगतिशील देश जो आगे बढ़े, वे 8-10% GDP ग्रोथ वाले थे. और आप देखेंगे कि ये सरकार और भी अधिक ग्रोथ का प्रयास कर रही है.'
भंशाली ने कहा, 'PM मोदी ने इस देश में लॉजिस्टिक्स की लागत को 10% से नीचे लाने के लिए बहुत मेहनत की है.' पिछले कुछ दिनों में दिए गए प्रधानमंत्री के बयानों के आधार पर, उन्हें उम्मीद है कि लॉजिस्टिक्स सेक्टर में और सुधार होंगे और डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के दूसरे दौर का प्रयास ज्यादा गंभीरता के साथ किया जाएगा.
भंशाली ने कहा कि PM मोदी के साथी के रूप में तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के नेता चंद्रबाबू नायडू (इस देश के प्रगतिशील विचारकों में से एक) के साथ, देश को आगे बढ़ने के लिए काफी कुछ है. उन्होंने उदाहरण दिया कि कैसे पुणे में फ्लेम यूनिवर्सिटी की उनकी यात्रा में साढ़े तीन घंटे लगते थे, और अब एक घंटा कम लगता है. उन्होंने कहा कि इस तरह की प्रोडक्टिविटी ग्रोथ की उम्मीद कोई भी नई सरकार से कर सकता है.
उन्होंने ये भी दावा किया कि मोदी के सहयोगियों की बॉडी लैंग्वेज 100% नीतिगत निरंतरता (Policy Continuity) का संकेत देती है.' यानी गठबंधन सरकार में भी सरकार के नीतिगत फैसलों पर फर्क नहीं पड़ेगा.
भंशाली ने कहा, 'AI के मामले में दुनिया बड़े बदलाव से गुजर रही है और इसमें भारत का अहम स्थान है. AI से जुड़े काम संभालने में सक्षम लोगों की संख्या, यहां काफी ज्यादा है.'
उन्होंने कहा, 'हो सकता है कि IT सेक्टर 6-7% की दर से ग्रोथ न कर रहा हो और हो सकता है कि ये 3-4% पर ही हो, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. दुनिया के पास कहीं और जाने के लिए कोई जगह नहीं है.'