योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने शनिवार को कहा कि देश में सतत खाद्य सुरक्षा की कोई समस्या नहीं होगी बशर्ते पानी और ऊर्जा जैसे दुर्लभ साधनों का प्रबंधन अच्छी तरह हो। उन्होंने टेरी (द एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीच्यूट) द्वारा आयोजित दिल्ली सतत विकास सम्मेलन, 2014 में कहा, 'निरंतरता की पूरा अवधारणा का सार है कि आप चीजों का प्रयोग किस ढंग कसे करते हैं, इसलिए मेरे विचार से ऊर्जा और बिजली दुर्लभ संसाधन है। यदि हम ऊर्जा और पानी की समस्या से निपट लेते है तो खाद्य सुरक्षा कोई समस्या नहीं है।'
उन्होंने कहा 'एक महत्वपूर्ण बात यह है कि मुझे नहीं लगता कि वैश्विक स्तर पर खाद्य सुरक्षा उतनी बड़ी समस्या है जितनी बड़ी समस्या पानी और ऊर्जा की है।' उन्होंने कहा कि भारत में ऊर्जा की प्रति व्यक्ति खपत बढ़ाने की जरूरत है।
मोंटेक ने यह भी कहा कि ऊर्जा क्षेत्र की एक बड़ी समस्या वितरण है। उन्होंने कहा कि भारत को वायु, पनबिजली, सौर और परमाणु जैसे ऊर्जा के अन्य स्रोतों की संभावनाओं का उपयोग करने की जरूरत है।