सरकार ने वित्त वर्ष 2014-15 में प्रत्यक्ष कर संग्रह के रूप में 6,96,200 करोड़ रुपये का राजस्व जुटाया। यह वित्त वर्ष के लिए तय लक्ष्य से लगभग 14 फीसदी कम रही है।
अधिकारियों ने बताया कि आयकर और कॉर्पोरेट कर सहित विभिन्न प्रकार के करों का संग्रहण करने वाले आयकर विभाग ने 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष 2014-15 में 6,96,200 करोड़ रुपये का कर संग्रह किया।
जुटाई गया कर राजस्व वर्ष के लिए तय 7,05,000 करोड़ रुपये के लक्ष्य से 14 फीसदी यानी करीब 9,000 करोड़ रुपये कम रहा है।
हालांकि, यह संग्रहण इससे पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 19 फीसदी अधिक है। वित्त वर्ष 2013-14 में प्रत्यक्ष कर संग्रह का आंकड़ा 5,83,000 करोड़ रुपये रहा था।
अर्थव्यवस्था में सुस्ती की वजह से सरकार ने 2014-15 में प्रत्यक्ष कर संग्रह के लक्ष्य को घटाकर 7,05,000 करोड़ रुपये कर दिया था। पहले यह लक्ष्य 7,36,000 करोड़ रुपये रखा गया था।
अधिकारियों ने कहा कि सेवा कर क्षेत्र और स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) में धीमी वृद्धि की वजह से प्रत्यक्ष कर संग्रह लक्ष्य से कम रहा। इन चुनौतियों के बावजूद विभाग जितना बेहतर हासिल कर सकता था वह किया गया।
अधिकारियों के अनुसार 2014-15 में टीडीएस वर्ग में 8 फीसदी वृद्धि हासिल की गई, जबकि इससे पिछले वर्ष इस वर्ग में 18 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई थी। लाभांश वितरण कर (डीडीटी) के तहत भी विभाग को धीमी कर वृद्धि हासिल हुई। बीते वर्ष में डीडीटी में 18.5 फीसदी वृद्धि हासिल की गई, जबकि इससे पिछले वर्ष इसमें 24.5 फीसदी वृद्धि हासिल की गई थी।