सरकार कम ऊर्जा की खपत को प्रोत्साहित करने की डीईएलपी योजना के तहत 44 रुपये में एलईडी बल्ब बेचने पर विचार कर रही है। यह 300 रुपये के मौजूदा खुदरा मूल्य से काफी कम है।
बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने हाल में एसोचैम के एक कार्यक्रम में कहा, सरकार प्रतिस्पर्धी बोली के जरिये थोक खरीद के तहत एलईडी की कीमत घटाकर 44 रुपये प्रति बल्ब करने की योजना पर विचार कर रही है।
सरकार अपने घरेलू दक्ष लाइटिंग कार्यक्रम (डीईएलपी) के तहत प्रतिस्पर्धी बोली के जरिये एलईडी बल्ब खरीदती है और फिर उपभोक्ताओं को काफी कम कीमत पर बेचती है। फिलहाल बाजार में ऐसे बल्ब 275-300 रुपये में मिलते हैं।
मंत्री ने कहा कि ताजा दौर की बोली में 74 रुपये प्रति बल्ब की न्यूनतम बोली देखी गई, जो आरंभिक लक्ष्य 99 रुपये से काफी कम था। इस योजना के तहत उपभोक्ताओं के पास किस्तों में एलईडी की कीमत का भुगतान करने का भी विकल्प होगा। आधिकारिक अनुमान के मुताबिक घरेलू एवं सार्वजनिक स्थानों पर एलईडी के इस्तेमाल से उर्जा खपत में 50-90 प्रतिशत की कमी हो सकती है।