केंद्रीय दूरसंचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने अमेरिकी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों को भारत की 'डिजिटल इंडिया' पहल से पैदा हुए अवसरों का लाभ उठाने का आह्वान करते हुए कहा है कि देश इस समय 'डिजिटल क्रांति' की दहलीज पर खड़ा है।
रविशंकर प्रसाद ने बोस्टन में इन अधिकारियों के साथ एक गोलमेज चर्चा में कहा, 'भारत डिजिटल क्रांति की दहलीज पर खड़ा है।' उन्होंने कहा कि बड़े महानगर हों या छोटे कस्बे, सूचना प्रौद्योगिकी नेटवर्क से जुड़े भारत में न केवल अपने नागरिकों के लिए आर्थिक और सामाजिक कल्याण के नए अवसर पैदा करने की क्षमता है, बल्कि यह वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी नया अवसर प्रदान करता है। रविशंकर प्रसाद यहां हावर्ड विश्वविद्यालय के वार्षिक सम्मेलन में भाग लेने आए हैं।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार अपना हर नीतिगत निर्णय पूरी पादर्शिता के साथ और व्यावहारिक तथा तार्किक तरीके से करती है। उन्होंने कहा, इसलिए मैं अमेरिकी कंपनियों को भारत के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम और आर्थिक वृद्धि के अवसरों का लाभ उठाने का आह्वान करता हूं। गोलमेज चर्चा अमेरिका-भारत व्यवसाय परिषद ने की थी। इसमें गूगल, एटीएंडटी, मास्टरकार्ड, फेसबुक, अमेरिका टॉवर कॉरपोरेशन, यूएसटी ग्लोबल तथा आईटेक जैसी कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए।