ADVERTISEMENT

भारत पर विदेशी कर्ज का बोझ बढ़कर 390 अरब डॉलर पहुंचा

भारत का विदेशी ऋण 2012.13 में करीब 13 प्रतिशत बढ़कर 390 अरब डॉलर पहुंच गया। रिजर्व बैंक ने कहा कि अल्पकालिक व्यापार ऋण एवं विदेशी वाणिज्यिक ऋण (ईसीबी) के बढ़ने के चलते विदेशी ऋण में यह बढ़ोतरी हुई।
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit Desk
NDTV Profit हिंदी06:40 PM IST, 27 Jun 2013NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
Follow us on Google NewsNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदी

भारत का विदेशी ऋण 2012.13 में करीब 13 प्रतिशत बढ़कर 390 अरब डॉलर पहुंच गया। रिजर्व बैंक ने कहा कि अल्पकालिक व्यापार ऋण एवं विदेशी वाणिज्यिक ऋण (ईसीबी) के बढ़ने के चलते विदेशी ऋण में यह बढ़ोतरी हुई।

आरबीआई ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘वर्ष 2012-13 के दौरान चालू खाते के घाटे में बढ़ोतरी दर्ज की गई। मार्च, 2012 के अंत में भारत पर कुल करीब 345.5 अरब डॉलर का विदेशी ऋण था।''

आंकड़ों के मुताबिक, कुल ऋण में ईसीबी की हिस्सेदारी 31 प्रतिशत रही, जबकि अल्पकालिक ऋण की 24.8 प्रतिशत एवं एनआरआई जमाओं की 18.2 प्रतिशत हिस्सेदारी रही।

NDTV Profit हिंदी
लेखकNDTV Profit Desk
NDTV Profit हिंदी
फॉलो करें
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT