भारत को अगले दो दशक में लगभग 2,210 नए विमान की जरूरत पड़ेगी. बोइंग (Boeing) ने मंगलवार को कहा कि इनमें से 1,983 सिंगल एसल एयरक्राफ्ट होंगे. बोइंग का अनुमान है कि देश में 2041 तक सालाना आधार पर घरेलू हवाई यातायात सात प्रतिशत की दर से बढ़ेगा. बोइंग ने अनुमान लगाया कि दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते प्रमुख घरेलू विमानन बाजार में मजबूत वापसी के बीच, महामारी से पहले 2019 की तुलना में 2023 की पहली छमाही में भारतीय एयरलाइन की क्षमता 7% अधिक होगी.
बोइंग ने भारत के लिए अपने 20 कमर्शियल मार्केटआटलुक (Commercial Market Outlook) का अनावरण करते हुए कहा कि देश का हवाई यातायात पुनरुद्धार से वृद्धि की राह पर है. इसमें घरेलू हवाई यातायात का बड़ा योगदान है जो महामारी-पूर्व के 98 प्रतिशत पर पहुंच चुका है. बोइंग ने देश के सबसे बड़े विमानन कार्यक्रम एयरो इंडिया एयर शो (Aero India Show) के मौके पर कहा कि अगले 20 वर्षों में, भारतीय यात्री यातायात में सालाना 7% की वृद्धि होने की उम्मीद है, जिसके लिए 2,210 नए विमानों की आवश्यकता होगी.
घरेलू बाजार में इस दशक के अंत तक दोगुना जाएगा. बोइंग ने बयान में कहा, “भारतीय एयरलाइन कंपनियां की 2023 की पहली छमाही में आपूर्ति में सात प्रतिशत की और वृद्धि होगी. घरेलू मार्गों पर तेज वृद्धि के चलते बोइंग का अनुमान है कि देश में 90 प्रतिशत नए विमानों की आपूर्ति नैरो-बॉडी एयरक्राफ्ट की होगी.''