भारतीय एयरलाइन (Indian airlines) कंपनियों को अगले वित्त वर्ष के दौरान 1.6 से 1.8 अरब डॉलर का समेकित घाटा होने का अनुमान है. एविएशन सेक्टर (Aviation Sector) की कंसल्टेंसी कंपनी सीएपीए इंडिया (CAPA India) ने सोमवार को यह जानकारी दी है. इसके अलावा सीएपीए इंडिया ने कहा कि फुल कैरियकर सर्विस प्रवाइडर एयरलाइन कंपनियों को 1.1 से 1.2 अरब डॉलर का नुकसान हो सकता है.
सीएपीए इंडिया ने 2023-24 के लिए आउटलुक जारी करते हुए कहा कि अगले वित्त वर्ष में भारत की एयरलाइन कंपनियां और 132 विमानों को सर्विस में लेंगी. इसके साथ ही उनके बेड़े में कुल 816 विमान हो जाएंगे.
इसके अलावा CAPA इंडिया ने यह भी कहा कि सप्लाई चेन और नॉन-सप्लाई चेन संकट के कारण विभिन्न भारतीय कैरियर के 100 से अधिक विमान जमीन पर हैं यानी उड़ान नहीं भर पा रहे हैं.