आईटी क्षेत्र की दिग्गज टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने भारतीय डाक से कंप्यूटरीकरण करने का 1,400 करोड़ रुपये का ठेका हासिल किया है और दोनों पक्ष सोमवार को इस संबंध में समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे।
डाक विभाग की सचिव पी गोपीनाथ ने बताया कि यह परियोजना दो भाग में चलाई जाएगी। दो साल तक आईटी परियोजना को क्रियान्वित किया जाएगा और पांच साल तक इसकी देख-रेख की जाएगी।
गोपीनाथ ने कहा, ‘‘हम भारतीय डाक के प्रमुख प्रणालीगत एकीकरण के तहत काउंटर परिचालन का कंप्यूटरीकरण करने के लिए सोमवार को टीसीएस के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे। इस परियोजना के लिए करीब 1,400 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया है।’’
सरकार ने डाक घरों के आधुनिकीकरण के द्वितीय चरण के लिए 4,909 करोड़ रुपये मंजूर किया है जिसके तहत विभाग रीयल टाइम कोर बैंकिंग सेवाएं भी उपलब्ध कराने जा रहा है।
टीसीएस ने इससे पहले अक्तूबर, 2008 में विदेश मंत्रालय से ई-प्रशासन परियोजना और पासपोर्ट सेवा परियोजना हासिल की थी।
डाक विभाग ने अपने सभी डाक घरों में कोर बैंकिंग क्षमता विकसित करने के लिए आधुनिकी प्रौद्योगिकी का क्रियान्वयन करना शुरू कर दिया है। आधुनिकीकरण के तहत उसने सभी डाक घरों को 31 मार्च कंप्यूटर सुविधा से लैस करने का लक्ष्य रखा है।