जर्मनी की एक मैग्जीन डेर स्पीगल (Der Spiegel) ने भारतीयों का मज़ाक उड़ाते हुए एक कार्टून छापा है. इस कार्टून के जरिए जर्मनी ने भारत के आबादी के हिसाब से चीन के पछड़ कर नंबर एक स्थान पर पहुंचने पर कटाक्ष किया. जर्मनी की इस मैग्जीन ने इस कार्टून के जरिए यह बताने की प्रयास किया है कि भारत अभी भी काफी पिछड़ा हुआ है और आबादी के हिसाब से चीन जो कि नंबर एक स्थान पर था, वह काफी तरक्की कर चुका है. कार्टून में बनाने वाले से ट्रेनों को प्रतीक के तौर पर लिया है. दोनों देशों के बीच ट्रेनों को दर्शा कर प्रगति दिखाने की कोशिश की गई है और भारत को आड़े हाथों लिया गया है.
जर्मनी के इस कार्टून के बाद से कई भारतीयों जर्मनी को जवाब दिया है. यहां तक की केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने भी ट्वीट के जरिए हमले का जवाब दिया है. उन्होंने लिखा कि हालांकि, आप भारत का मज़ाक उड़ाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है और जल्द ही जर्मनी से बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा.
वहीं, बीजेपी के उपाध्यक्ष बैजयंत जय पांडा ने ट्वीट कर कहा कि जर्मनी की मैग्जीन डेर स्पीगल का मतलब द मिरर होता है.लेकिन इस अपमानजनक कार्टून के बाद मैग्जीन को रेसिस्टइशन ट्रोल नाम रख लेना चाहिए. साथ ही उन्होंने जर्मनी के इतिहास की याद दिलाई जिसमें रेसिज्म और होलोकॉस्ट का काला सच जर्मनी की तत्कालीन सोच को दिखलाता है.
वहीं, कंचन गुप्ता ने लिखा कि जर्मनी ने जो कहा है वह हकीकत से काफी परे है. इसका मकसद केवल भारत को नीचा दिखाना और चीन की तारीफ करना है.
इसके साथ ही एक यूजर ने लिखा कि जर्मनी की मैग्जीन कार्टून के जरिए भारत का मज़ाक उड़ा रही है. जर्मनी को आइना दिखाते हुए इस यूजर ने दावा किया कि जर्मनी केवल 61 फीसदी रेलवे लाइन का विद्युतीकरण हुआ और यह 2030 तक इसे 75 फीसदी तक ले जाना चाहता है. वहीं भारत में 85 फीसदी रेलवे लाइन का विद्युतीकरण हो चुका है और 100 फीसदी आंकड़ा छूने की ओर रेलवे तेजी से आगे बढ़ रहा है.