भारतीय अर्थव्यवस्था को सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक बताते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान जीडीपी वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत रहेगी और अगले साल उम्मीद है कि यह और अधिक होगी।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की एक अनुषंगी यूनियन बैंक ऑफ इंडिया-यूके का उद्घाटन करते हुए जेटली ने शुक्रवार रात कहा कि नई सरकार के सत्ता में आने के बाद से अर्थव्यवस्था में गतिविधियां बढ़ी हैं। उन्होंने कहा, ‘पिछले कुछ वर्षों के दौरान हम राडार से बाहर हो गए थे, हमारी वृद्धि दर धीमी हो गई, हमारी प्राथमिकताएं धूमिल पड़ गई थीं और दुनिया हम पर नीतिगत लाचारी का आरोप लगा रही थी। अंतत: भारत के लोगों ने बदलाव लाने का फैसला किया।’
यूपीए का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा, ‘भारत ब्रिक देशों के समूह में पिछड़ने लगा था। लेकिन आज ज्यादातर दूसरे देश चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, जबकि भारत सबसे तेजी से बढ़ रही अर्थव्यवस्था बनकर उभर रहा है। इस साल हम 7.5 प्रतिशत की वृद्धि हासिल करेंगे और अगले साल उम्मीद है कि यह और अधिक होगी।’
जेटली ने कहा, ‘राजकोषीय घाटा नीचे आ रहा है। गतिविधियों की भरमार है, हम कराधान ढांचे में विसंगतियां दूर कर रहे हैं, हम ढांचागत क्षेत्र पर ध्यान दे रहे हैं और व्यवस्था में निष्पक्षता लाने की कोशिश कर रहे हैं। स्पेक्ट्रम और कोयला खानों की नीलामी की सफलता से पता चलता है कि कैसे भ्रष्टाचार से बचा जा सकता है और अधिक मूल्य कमाया जा सकता है।’ उन्होंने कहा कि इसके साथ ही गरीबी उन्मूलन एक बड़ी चुनौती है और सरकार इस चुनौती से निपटने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के ग्लोबल सीएमडी अरुण तिवारी ने कहा कि ब्रिटेन की अनुषंगी ने पहले वर्ष में 15 करोड़ डॉलर का कारोबार हासिल करने का लक्ष्य रखा है, जबकि अगले चार-पांच साल में एक अरब डॉलर का सालाना कारोबार लक्ष्य तय किया है। उन्होंने कहा कि बैंक छह से नौ महीने में अपना डेबिट कार्ड जारी कर देगा।