2024 की पहली तिमाही में भारतीय वेबसाइट्स पर करीब 180 करोड़ साइबर हमले हुए हैं. ये खुलासा एप्लीकेशन सिक्योरिटी SaaS कंपनी इंडसफेस की रिपोर्ट में हुआ है. 2023 की पहली तिमाही की तुलना में भारत में साइबर हमलों में 261% की भारी बढ़ोतरी हुई है. जबकि इस दौरान वैश्विक आधार पर 76% का इजाफा दर्ज किया गया है.
एप्लीकेशन सिक्योरिटी पर आई इस रिपोर्ट के मुताबिक पावर और एनर्जी कंपनियों पर इंडस्ट्री एवरेज की तुलना में 500 गुना हमले हुए हैं. दरअसल उगाही की चाहत में वसूली करने वाले हैकर्स कम रेगुलेटेड इंडस्ट्रीज को निशाना बनाते हैं.
बैंकिंग फाइनेंस और इंश्योरेंस सबसे ज्यादा निशाना बनाए जाने वाले सेक्टर्स हैं. इन्हें चार गुना ज्यादा एनकोडिंग अटैक्स् और 3 गुना ज्यादा HTTP प्रोटोकॉल एंफोर्समेंट अटैक का सामना करना पड़ा है.
HTTP प्रोटोकॉल एंफोर्समेंट अटैक में HTTP प्रोटोकॉ़ल से छेड़छाड़ की जाती है. बैंकिंग इंश्योरेंस और रिटेल में SQL इंजेक्शन अटैक और फाइनेंशियल सर्विसेज और हेल्थकेयर में क्रॉस साइट स्क्रिप्टिंग अटैक ज्यादा मात्रा में होते हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक बॉट अटैक भी बड़ी संख्या में बढ़े हैं. इसमें भी 100% हेल्थकेयर एप्स और 90% बैंकिंग फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस एप्स में इस तिमाही में बॉट अटैक देखे गए हैं.
कुलमिलाकर बॉट अटैक की संख्या में 2023 की पहली तिमाही की तुलना में 2024 की पहली तिमाही में 147% की वृद्धि हुई है. भारत के अलावा अमेरिका, जर्मनी और जापान में भी बॉट अटैक देखे गए हैं.
इंडसफेस के फाउंडर और CEO कहते हैं, 'इंडियन एप्लीकेशंस पर हमलों में 2.5 गुना की वृद्धि बहुत चिंता का विषय है. पिछले साल की तुलना में पावर और मैन्युफैक्चरिंग जैसी अनरेगुलेटेड इंडस्ट्रीज पर ज्यादा हमले भी देख रहे हैं. DDoS और बॉट भारत में अटैकर्स द्वारा इस्तेमाल कए जाने वाले दो तरीके बने हुए हैं.'