भारत में प्रमुख रूप से सक्रिय आईटी कंपनी कॉग्निजेंट (Cognizant) में अपनी कंपनी में काम कर रहे 6 हजार लोगों को काम से निकाल सकती है. मामले के जानकार लोगों ने यह जानकारी दी. यह इसकी कुल वर्कफोर्स का 2 फीसदी से अधिक हिस्सा है. नैस्डेक में शामिल कॉग्निजेंट से दिसंबर 2016 तक 2.6 लाख कंर्मी जुड़े हैं. कंपनी के स्पोक्सपर्सन ने एनडीटीवी से कहा कि कंपनी हर साल सालाना रिव्यू के दौरान नॉन-परफॉर्मर्स को नौकरी से निकालती ही है और यह उसकी सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है.
एनडीटीवी से बातचीत में प्रवक्ता ने बताया कि यह हमारी स्टैंडर्ड प्रैक्टिस का हिस्सा है और हां थोड़े बहुत नंबर इधर उधर हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि हम नियमित रूप से परफॉर्मेंस रिव्यू करते हैं ताकि उच्च गुणवत्तापूर्ण एंप्लॉयी स्किल्स को कायम रखा जा सके जोकि क्लाइंट्स की जरूरतानुसार कार्य व्यवहार कर सके और बिजनेस के लक्ष्यों को प्राप्त कर सके.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कॉग्निजेंट ने फरवरी में कहा था कि वह नॉन जीएएपी मार्जिन टारगेट को ऐतिहासिक 19-20 फीसदी से बढ़ाकर 22 फीसदी करेगी. उसने बताया था कि वह अमेरिका में अपनी हायरिंग तेज कर रही है और अपना बिजनेस बढ़ाने के लिए अधिग्रहण की रफ्तार भी बढ़ा रही है.