नागर विमानन मंत्री अजित सिंह ने कहा है कि किंगफिशर एयरलाइंस को फिर से उड़ानें शुरू करने की अनुमति पाने से पहले सुरक्षा के मुद्दे पर नागर विमान महानिदेशालय (डीजीसीए) को संतुष्ट करना होगा।
उन्होंने कहा, इसमें कई बातें शामिल हैं। इसमें कर्मचारियों को वेतन देने सहित कई मुद्दे हैं। अगर कर्मचारी असंतुष्ट हैं, तो यह सुरक्षा का भी मुद्दा है। उन्होंने कहा, उड़ान भरने की अनुमति देने के लिए, उन्हें इन सभी मुद्दों पर डीजीसीए को संतुष्ट करना होगा। बाकी अगर कानून अनुमति देता है या अगर हम उनके लाइसेंस को निलंबित या रद्द करना चाहते हैं, तो हमें देखना होगा कि कानून इसकी मंजूरी देता है।
ऋण बोझ से जूझ रही किंगफिशर एयरलाइंस ने अपनी आंशिक तालाबंदी को 12 अक्टूबर तक बढ़ा दिया है। प्रबंधन तथा कर्मचारी बीते सात महीने के वेतन के भुगतान को लेकर जारी गतिरोध को समाप्त नहीं कर पाए हैं।
अजित सिंह ने कहा कि किंगफिशर को इस चरण तक उम्मीद थी और ये हड़तालें कर्मचारियों के एक वर्ग तक सीमित रहीं थीं, लेकिन अब अभियंताओं के हड़ताल पर चले जाने से रखरखाव की समस्या खड़ी हो गई है।
उन्होंने कहा, अनेक कंपनियां विफल हुई हैं। इनमें से अनेक तो विफल होने के बाद फिर बहाल हो गई। अगर किसी कंपनी को पांच साल से घाटा हो रहा है, तो इसका मतलब यह नहीं कि वह फिर से उठ नहीं हो सकती।