अब बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस के वेतन से वंचित रहने वाले सैकड़ों कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर बकाये की वसूली में उनसे हस्तक्षेप करने को कहा है। यह बकाया करीब 300 करोड़ रुपये है।
प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कर्मचारियों ने कहा, 'तत्कालीन किंगफिशर एयरलाइंस के कर्मचारियों की तरफ से हमारी मेहनत से कमाई गई राशि के बकाये की वसूली में हमारी मदद करने के लिए हम आपसे फौरन हस्तक्षेप करने का अनुरोध करते हैं।'
किंगफिशर एयरलाइंस ने अपना परिचालन 2005 में शुरू किया था। दो साल बाद उसने कम लागत वाली एयर डेक्कन का अधिग्रहण किया था। धन की कमी के कारण अक्टूबर 2012 में इसके अध्यक्ष विजय माल्या ने इसका परिचालन बंद कर दिया था। एयरलाइंस ने दिसंबर 2012 में अपना परमिट गंवा दिया था। पत्र के अनुसार किंगफिशर एयरलाइंस के बंद होने से करीब 7000 प्रत्यक्ष एवं परोक्ष कर्मचारी प्रभावित हुए हैं, जिनमें से अधिकतर अदालतों में मुकदमा नहीं लड़ सकते।
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