बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की हार के लिए विपक्ष की एकजुटता को जिम्मेदार ठहराते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि इससे आर्थिक सुधार की प्रक्रिया प्रभावित नहीं होगी।
उन्होंने कहा, मैं इसे अर्थव्यवस्था के लिए झटका नहीं मानता... ढांचागत सुधार प्रक्रिया बरकरार रहेगी। यह तेज रफ्तार के साथ बरकरार रहेगी। जेटली ने स्वीकार किया कि कुछ बीजेपी पदाधिकारियों द्वारा चुनाव के दौरान गैर-जिम्मेदाराना बयान से निश्चित तौर पर कहानी बदली है।
उन्होंने कहा, विपक्ष की बड़ी एकजुटता सबसे मुख्य वजह रही, जिसके कारण बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की जीत हुई। गौरतलब है कि 243-सदस्यों वाले बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को 58 सीटें मिलीं, जबकि महागठबंधन को 178 सीटें। इस गठबंधन में जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस शामिल हैं।
सुधार प्रक्रिया के संबंध में जेटली ने कहा कि सरकार अधिशासी पहलों और बजट प्रावधानों के जरिये इसे बरकरार रखेगी। जीएसटी विधेयक जैसे बड़े विधेयकों के अटके होने के संबंध में उन्होंने उम्मीद जताई कि बिहार खपत वाला राज्य है, इसलिए विधेयक का समर्थन करेगा।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि बिहार चुनाव का नतीजा किसी भी तरह से अर्थव्यवस्था के लिए झटका है। यदि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार प्रगति करता है और अच्छी प्रगति करता है, तो हमने पहले ही राज्य के लिए जिस आर्थिक पैकेज की घोषणा की है, उससे निश्चित तौर पर मदद मिलेगी। जेटली ने कहा, हमारी सरकार उन राज्यों की अधिक मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिन्हें विकास की जरूरत ज्यादा है।