75.3 लाख करदाताओं ने पांच अगस्त, 2016 तक आईटी रिटर्न की ई-वेरिफिकेशन सुविधा का उपयोग किया. पिछले वर्ष सात सितंबर, 2015 तक 32.95 लाख करदाताओं ने आईटी रिटर्न की ई-वेरिफिकेशन सुविधा का लाभ उठाया था.
आधिकारिक बयान के अनुसार, इनमें से चालू वर्ष में 17.68 लाख करदाताओं ने 'आधार कार्ड' के आधार पर ई-वेरिफिकेशन सुविधा का उपयोग किया. वर्ष 2015-16 की इसी अवधि में 10.41 लाख करदाताओं ने 'आधार कार्ड' के आधार पर ई-वेरिफिकेशन सुविधा का उपयोग किया था.
बयान के अनुसार, इस तरह 35 प्रतिशत से अधिक करदाताओं ने इलेक्ट्रानिक रूप में रिटर्न प्रस्तुत करने की संपूर्ण प्रक्रिया पूरी कर ली है. विभाग ऐसे सभी कर दाताओं को प्रोत्सान देता है, जो आईटीआर वी फार्म सीपीसी बेंगलुरू को भेजने की जगह ई-वेरिफिकेशन का विकल्प अपनाते हैं. वित्त वर्ष 2016-17 में पांच अगस्त, 2016 तक 226.98 लाख से अधिक करदाताओं ने ई-रिटर्न भरा.
वित्त वर्ष 2015-16 में 70.97 लाख कर दाताओं ने ई-रिटर्न भरा था. यदि सात सितंबर, 2015 (वित्त वर्ष 2015-16 में विस्तारित तारीख) को भरे गए 206.55 लाख ई-रिटर्न से तुलना की जाए तो भी इसमें नौ प्रतिशत की वृद्धि है.
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