अदाणी एंटरप्राइजेज की सोमवार को 32वीं AGM (Adani Enterprises Annual General Meeting) में अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी (Gautam Adani) ने शेयरहोल्डर्स के सामने ग्रुप कंपनियों के प्रदर्शन की तस्वीर पेश की, साथ ही ये भी बताया कि ग्रुप की भविष्य की योजनाएं क्या हैं. गौतम अदाणी ने कहा कि 'ये अदाणी एंटरप्राइजेज की 30वीं वर्षगांठ है, 1994 में इसके छोटे IPO से लेकर हमने जिन चुनौतियों का सामना किया और जो सफलताएं हमने हासिल की हैं, ये बहुत अच्छा समय है कि हम पीछे मुड़कर देखें और अदाणी एंटरप्राइजेज की अविश्वसनीय यात्रा का जश्न मनाएं.'
अपने शुरुआती संबोधन में गौतम अदाणी ने कहा कि मेरे विचार में हमारी सफलता का असली पैमाना हमारी उपलब्धियों में कम और विपरीत परिस्थितियों में दृढ़ता से खड़े रहने की हमारी क्षमता में अधिक है. मेरे मामले में, मैंने अपनी शिक्षा अपनी मां से ली है. बनासकांठा के कठोर रेगिस्तानों में पला-बढ़ा, मैंने उनसे जो सीखा वो ये है कि सच्ची ताकत दृढ़ता में होती है.
उन्होंने कहा कि जब दुनिया में उथल-पुथल है, दुनिया भारत को बढ़ते हुए देख रही है, ये भारत का समय है. अब हम एक जटिल दुनिया में स्थिरता, सहयोग और प्रगति की ताकत हैं. और ये भारत की व्यापक आर्थिक स्थिरता और महत्वाकांक्षी विकास योजनाएं हैं जो हमारे आत्मविश्वास को प्रेरित हैं.
इसके बाद उन्होंने एक-एक कर अदाणी ग्रुप कंपनियों के दमदार प्रदर्शन, उनके बेहतर भविष्य और चुनौतियों से पार पा लेने की क्षमता के बारे में बताया. सबसे पहले उन्होंने खावड़ा का जिक्र किया, उन्होंने कहा कि 'मैं चाहता हूं कि आप खावड़ा की तस्वीर देखें, जो दुनिया के सबसे कठिन रेगिस्तानों में से एक में मौजूद है और अब कई सौ वर्ग किलोमीटर में फैले दुनिया के सबसे बड़े रीन्युएबल एनर्जी इंस्टॉलेशन का घर है. ये पहले से ही 3,000 MW क्लीन एनर्जी का उत्पादन कर रहा है, हमारा लक्ष्य अगले पांच साल में 30 GW क्षमता को विकसित करना है. ये बेल्जियम और स्विट्जरलैंड जैसे देशों को भी बिजली देने के लिए पर्याप्त होगा. हमारे लिए, खावड़ा पार्क स्थिरता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है.'
उन्होंने मुंबई धारावी रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट का जिक्र करते हुए कहा कि हम धारावी में दुनिया की सबसे बड़ी रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट को हम साकार करेंगे, क्योंकि हम अगले दशक में दुनिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती को बदल देंगे. यह न केवल यहां रहने वाले 10 लाख से ज्यादा निवासियों को जिंदगी जीने की गरिमा देगा,बल्कि मुंबई के दिल में सस्टेनेबल लिविंग और इनोवेशन का एक बेजोड़ इकोसिस्टम भी तैयार करेगा.
गौतम अदाणी ने कहा कि दृष्टि 10 स्टारलाइनर UAV भारत के इनोवेशन का प्रतीक है, जो आसमान में उड़ता हुआ हमारे देश की सीमाओं की रक्षा करता है. ये सिर्फ मशीनें नहीं हैं - ये भारत की सुरक्षा और कल्याण के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक हैं. संकल्पना (conceptualize) करने और फिर जटिलता को संभालने और मुश्किल हालातों में बड़े बड़े प्रोजेक्ट्स को शुरू करने की ये क्षमता एक बेजोड़ काबिलियत है, जिसमें हम लगातार अच्छा कर रहे हैं.
गौतम अदाणी ने बताया कि अदाणी एंटरप्राइजेज के लिए साल 2024 बेहद शानदार रहा, ये ग्रुप का इनक्यूबेशन इंजन है. AEL पोर्टफोलियो के तहत मुंद्रा में एक प्रोजेक्ट, कच्छ कॉपर लिमिटेड ने अपनी ग्रीनफील्ड कॉपर रिफाइनरी में कामकाज शुरू किया है. इस दशक के अंत तक, हमारा लक्ष्य इसे 1 MMTPA की क्षमता वाला दुनिया का सबसे बड़ा सिंगल लोकेशन कॉपर स्मेल्टर बनाना है, जिससे हमारी जरूरी इंडस्ट्रीज के लिए आवश्यक मेटल पर भारत की आत्मनिर्भरता बढ़ जाएगी.
गौतम अदाणी ने अदाणी पौर्ट्स एंड SEZ के बारे में कहा कि इसने इस साल रिकॉर्ड 420 MMT से ज्यादा का कार्गो संभाला है, हमारे दस पोर्ट्स ने लाइफ टाइम हाई कार्गो वॉल्यूम दर्ज किया है. ग्रुप के चेयरमैन ने बताया कि हमने भारत के प्रमुख बंदरगाहों और लॉजिस्टिक्स कंपनी के रूप में अपनी स्थिति मजबूत करते हुए गोपालपुर और कराईकल पोर्ट्स का भी अधिग्रहण किया है.
बात जब रीन्युएबल एनर्जी की हो तो अदाणी ग्रुप का फोकस इस सेक्टर पर बहुत ज्यादा है. अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने रीन्युएबल एनर्जी में ग्रोथ की क्षमताओं और संभावनाओं को देखते हुए अपने लक्ष्य को और भी बड़ा कर लिया है. उन्होंने बताया कि अदाणी ग्रीन एनर्जी ने FY2029-30 के लक्ष्य को 45 GW से बढ़ाकर 50 GW कर दिया है. इस साल हमने 2.8 GW जोड़ा है, जो भारत की कुल रीन्युएबल एनर्जी क्षमता का 15% है. उन्होंने बताया कि खावड़ा में दुनिया के सबसे बड़े रीन्युएबल एनर्जी प्लांट में 12 महीनों के भीतर पहले 2 GW की शुरुआत ने एक रिकॉर्ड बनाया है. उन्होंने कहा कि ये एक और सबूत है, जो हमारी काम करने की क्षमताओं को दर्शाता है.
गौतम अदाणी ने अदाणी ग्रुप की सीमेंट्स सेक्टर में ठोस होती अपनी स्थिति के बारे में भी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि ACC और अंबुजा सीमेंट्स के अधिग्रहण और दूसरे कदमों के बाद अदाणी ग्रुप की संयुक्त सीमेंट क्षमता 67.5 MTPA से बढ़कर 79 MTPA हो गई है. अधिग्रहण के बाद से हमारा प्रति टन EBITDA दोगुना से अधिक हो गया है. हम 2028 तक 140 MTPA के अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमें इस बात पर भी गर्व है कि अंबुजा सीमेंट्स भारत के सबसे लंबे समुद्री पुल 21.8 किलोमीटर लंबे मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक का प्रमुख सप्लायर था.
गौतम अदाणी ने कहा कि चूंकि अब हम 2032 तक 10 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनने की तरफ बढ़ रहे हैं, इंफ्रास्ट्रक्चर पर हमारा खर्च 20-25% की CAGR से बढ़ने और 2.5 ट्रिलियन डॉलर के खर्च तक पहुंचने की उम्मीद है. हम मूल रूप से एक बुनियादी ढांचा कंपनी हैं, इसलिए इससे भविष्य में जो भी मौके पैदा होंगे, हम उसका लाभ उठाने की अच्छी स्थिति में हैं.