'इसमें कोई संदेह नहीं है कि, भारत जो पहले से ही दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, 2030 से बहुत पहले ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा, और 2050 तक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा.'
ये बात अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने अदाणी एंटरप्राइजेज 2023 की सालाना आम बैठक (Annual General Meeting) में कही.
गौतम अदाणी ने कहा कि 'इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता है कि इस वक्त दुनिया कई तरह की चुनौतियों से जूझ रही है. चाहे वो क्लाइमेट इमरजेंसी हो, जियोपॉलिटिकल चुनौतियां हों, सप्लाई चेन की दिक्कतें हों या फिर लगातार बनी हुई महंगाई. हमने कभी ऐसा वक्त नहीं देखा था, जब ऐसी घटनाएं बिना किसी स्पष्ट समाधान के एक साथ घटित हो रही हों.'
इस बात को अच्छी तरह समझा जा सकता है कि किसी भी अर्थव्यवस्था के लिए नीति को लागू करने और विकास की नींव रखने के लिए एक स्थिर सरकार जरूरी है, और हमने कई स्ट्रक्चरल रिफॉर्म को लागू करने के साथ इस प्रभाव को देखा है जो मजबूत, टिकाऊ और संतुलित विकास के लिए जरूरी है.गौतम अदाणी, चेयरमैन, अदाणी ग्रुप
हमारे देश के डेमोग्राफिक डिविडेंड से खपत बढ़ने और टैक्स पेमेंट करने वाले समाज के विकास में रिकॉर्ड रफ्तार तेजी आने की उम्मीद है. संयुक्त राष्ट्र के जनसंख्या कोष का अनुमान है कि 2050 में भी भारत की औसत आयु केवल 38 वर्ष होगी. इस अवधि में, भारत की जनसंख्या लगभग 15% बढ़कर 160 करोड़ होने की उम्मीद है, लेकिन प्रति व्यक्ति आय 700% से अधिक बढ़कर लगभग 16,000 अमेरिकी डॉलर हो जाएगी.
भारत को अपनी पहली ट्रिलियन डॉलर GDP तक पहुंचने में 58 साल लगे, अगली ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने में 12 साल और तीसरी ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने में सिर्फ 5 साल लगे. मुझे उम्मीद है कि अगले दशक के भीतर, भारत हर 18 महीने में अपनी जीडीपी में एक ट्रिलियन डॉलर जोड़ना शुरू कर देगा.गौतम अदाणी, चेयरमैन, अदाणी ग्रुप
गौतम अदाणी ने कहा कि भारत 2050 तक 25-30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की राह पर आ जाएगा और देश का स्टॉक मार्केट कैप 40 ट्रिलियन डॉलर से भी ज्यादा हो जाएगा. जो मौजूदा स्तर से लगभग 10 गुना ज्यादा है. उन्होंने कहा, भारत पहले से ही दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, 2030 से पहले तीसरी सबसे बड़ी और 2050 तक दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा.