अदाणी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) की एनर्जी और यूटिलिटीज सब्सिडियरी अदाणी न्यू इंडस्ट्रीज कम लागत वाली ग्रीन हाइड्रोजन (Green Hydrogen) जनरेट करने के लिए फुली इंटिग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम बना रही है. ग्रुप के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर जुगेशिंदर सिंह के मुताबिक इकोसिस्टम के सभी सेगमेंट्स अच्छी प्रगति कर रहे हैं जिससे कंपनी बेहतर ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन के ट्रैक पर है.
सिंह ने ये जानकारी गुरुवार को कंपनी के रोड-शो के दौरान दी है. ग्रीन हाइड्रोजन इकोसिस्टम को अदाणी एंटरप्राइजेज के कोर इंफ्रास्ट्रक्चर और यूटिलिटीज पोर्टफोलियो के तहत डेवलप किया जा रहा है. इसे बड़े तौर पर तीन फोकस क्षेत्रों में बांटा जा सकता है- इलेक्ट्रोलाइजर्स, सोलर मैन्युफैक्चरिंग और विंड टर्बाइन जनरेटर्स.
कंपनी को इलेक्ट्रोलाइजर मैन्युफैक्चरिंग के लिए 198.5 मेगावॉट का लेटर ऑफ अवॉर्ड मिला है. इलेक्ट्रोलाइजर्स अहम टेक्नोलॉजी है जो बिजली का इस्तेमाल करके पानी को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में स्प्लिट करती है. ये रीन्युएबल या न्यूक्लियर इलेक्ट्रिसिटी से कम एमिशन वाली हाइड्रोजन का उत्पादन करने के लिए अहम होती है.
कंपनी ने CRT डिजाइन पर बेस्ड 25 किलोवॉट का प्रोटोटाइप और Hydep डिजाइन पर बेस्ड 85 किलोवॉट का प्रोटोटाइप बनाया है.
सोलर मैन्युफैक्चरिंग सेगमेंट के दौरान कंपनी की 4 गीगावॉट सेल और मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट विकसित करने की योजना है. इसके अलावा कंपनी 2 गीगावॉट का मोनोक्रिस्टलाइन इनगॉट और वेफर प्लांट भी शुरू करेगी. कंपनी ने कहा कि अदाणी एंटरप्राइजेज का मौजूदा समय में PV सेल मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में इंस्टॉल्ड कैपेसिटी के हिसाब से 53% मार्केट शेयर है.
अदाणी न्यू इंडस्ट्रीज की 5.2 मेगावॉट टर्बाइन्स की मौजूदा मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी 1.5 गीगावॉट है. कंपनी को दूसरे प्रोटोटाइप का सर्टिफिकेशन भी मिला है और मौजूदा समय में उनकी बुक में 254 विंड टर्बाइन जनरेटर सेट ऑर्डर्स हैं.