अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) ने 8 सितंबर 2024 को ड्यू सभी बकाया 750 मिलियन डॉलर या 4.375% होल्डको नोट्स को पूरी तरह रिडीम कर लिया है. अदाणी ग्रीन एनर्जी ने जनवरी, 2024 में ही ऐलान कर दिया था कि वो इसकी मैच्योरिटी से 8 महीने पहले ही रिडीम कर लेगी.
सितंबर 2021 में जारी तीन-वर्षीय होल्डको नोट्स ने अदाणी ग्रीन एनर्जी के ऊंचे ग्रोथ उद्देश्यों को पूरा किया है. इस अवधि के दौरान, AGEL की क्षमता तीन गुना से अधिक बढ़ गई है, ये 3.5 GW से 11.2 GW तक पहुंची है, यानी 48% की CAGR दर्ज की गई है. कंपनी सोमवार को एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि 'अब जब AGEL ने एक तेज ग्रोथ प्लान पेश किया है, तो ये रीफाइनेंसिंग की बजाय कैश के जरिए नोट्स को भुना रही है.
इसके अलावा, दिसंबर 2023 में AGEL के प्रोमोटर्स ने 9,350 करोड़ रुपये के प्रेफरेंशियल वारंट को सब्सक्राइब करने पर अपनी सहमति जताई थी, जिसमें से 7,013 करोड़ रुपये किसी भी त्वरित पूंजीगत व्यय जरूरतों को पूरा करने के लिए आवंटित किए गए.
अदाणी ग्रीन एनर्जी भारत की सबसे बड़ी रीन्युएबल एनर्जी कंपनी है और यूटिलिटी स्केल ग्रिड-कनेक्टेड सोलर, पवन, हाइब्रिड और हाइड्रो पंप स्टोरेज रीन्युएबल एनर्जी प्लांट्स का विकास, स्वामित्व और संचालन करती है.
कंपनी 2030 तक अपनी रीन्युएबल एनर्जी क्षमता को 50GW तक ले जाने के लिए अगले सात वर्षों में 2 लाख करोड़ रुपये का निवेश करने की प्रक्रिया में है. इसके पास पहले से ही 70-80GW का लैंड बैंक है.
10.9GW पर ऑपरेशनल प्रोजेक्ट्स पहले से ही 5,000 करोड़ रुपये का कैश फ्लो पैदा कर रही हैं. अगले साल तक, बिजली क्षमता बढ़कर 17,000MW हो जाएगी, जिससे कैश फ्लो में और मदद मिलेगी. अदाणी ग्रीन के CFO फुंटसोक वांग्याल ने कहा, इसलिए, विस्तार के लिए फंडिंग कंपनी के लिए कभी भी चुनौती नहीं होगी.