शॉर्टसेलर हिंडनबर्ग के लगाए गए नए आरोपों पर अदाणी ग्रुप ने एक्सचेंज फाइलिंग के जरिए अपना जवाब दिया है. अदाणी ग्रुप ने कहा है कि शॉर्टसेलर हिंडनबर्ग अपने फायदे के लिए फिर से झूठे और दुर्भावनापूर्ण आरोप लगा रहा है.
जिन आरोपों को मार्च 2023 में सुप्रीम कोर्ट से खारिज कर दिया गया था, हिंडनबर्ग उनकी ही रीसाइक्लिंग कर रहा है और पहले से तय निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए पब्लिक में मौजूद जानकारी का गलत उपयोग कर रहा है. इतना ही नहीं हिंडनबर्ग तथ्यों और नियमों की अवमानना भी कर रहा है.
अदाणी ग्रुप ने इस फाइलिंग में स्पष्ट किया है कि वो इन रीसाइक्लिंग कर के लाए गए आरोंपों का पूरी तरह से खंडन करता है. इन सारे आरोपों की पहले ही विस्तृत जांच की जा चुकी है और ये सभी आरोप आधारहीन साबित हो चुके है. सुप्रीम कोर्ट ने मार्च 2023 में इन सभी आरोपों को खारिज कर दिया था.
ग्रुप का कहना है कि उनकी ओवरसीज होल्डिंग स्ट्रक्चर में पूरी पारदर्शिता है और समय-समय पर कई पब्लिक डॉक्यूमेंट्स के जरिए वो जरूरी जानकारियां डिस्क्लोज करते रहते हैं. फाइलिंग में आगे लिखा गया है कि रिपोर्ट में जिन लोगों का जिक्र है उनसे ग्रुप का कोई कमर्शियल रिलेशन ही नहीं है. 'हम पारदर्शिता और सभी कानूनी नियमों के पालन के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध रहे हैं.
हिंडनबर्ग को लेकर इस अदाणी ग्रुप ने कहा है कि वो भारत के कई नियम-कानूनों के उल्लंघन के लिए जांच में घिरा एक बदनाम और हताश शॉर्टसेलर ग्रुप है जिसने भारतीय कानूनों की अवमानना भी की है. ये आरोप इस ग्रुप ने लोगों को भ्रमित करने के लिए लगाए हैं.
शॉर्टसेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर अदाणी ग्रुप का जवाब आप यहां पढ़ सकते हैं.
शॉर्टसेलर हिंडनबर्ग की तरफ से जारी किए गए नए रिपोर्ट पर SEBI की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. माधबी पुरी बुच ने इन आरोपों को निराधार बताया है. उनका कहना है कि हिंडनबर्ग के खिलाफ SEBI ने जांच की कार्रवाई की थी और कारण बताओ नोटिस जारी किया था. अब हिंडनबर्ग ने इसके बदले में हमारे खिलाफ चरित्रहनन की कोशिश शुरू की है.