अदाणी पोर्ट्स (APSEZ) अब मार्केट वैल्यू के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी ट्रांसपोर्ट ऑपरेशंस-सर्विसेज देने वाली कंपनी बन गई है. इसकी वजह कार्गो वॉल्यूम में आई मजबूत ग्रोथ है.
ब्लूमबर्ग डेटा के मुताबिक भारत के सबसे बड़े पोर्ट ऑपरेटर का मार्केट कैप इस वक्त करीब 37 बिलियन डॉलर है. जबकि दूसरे पायदान पर मौजूद बीजिंग-शंघाई हाई स्पीड रेलवे कंपनी का मार्केट कैप 35 बिलियन डॉलर ही है.
ये स्थिति तब बनी है, जब अदाणी ग्रुप के स्टॉक्स अपनी पुरानी वैल्यू वापस पा चुके हैं, जो एक शॉर्ट सेलर रिपोर्ट के चलते गिर गई थी. पावर और पोर्ट बिजनेसेज ने इस रिकवरी का नेतृत्व किया है.
इस साल कंपनी के स्टॉक्स में 41% का उछाल आया है. ये आगे और भी ज्यादा बढ़ सकते हैं. पिछले वित्त वर्ष में अदाणी पोर्ट्स ने सबसे ज्यादा कार्गो वॉल्यूम दर्ज किया था, जो 419.95 मिलियन टन रहा था. ये सालाना आधार पर 24% की ग्रोथ थी.
कंपनी के 10 पोर्ट्स ने अपना ऑल टाइम हाई कार्गो वॉल्यूम दर्ज किया है. इन पोर्ट्स ने दो साल से भी कम वक्त में 100 MT की क्षमता हासिल कर ली थी. ये अब तक की सबसे ज्यादा इंक्रीमेंटल कार्गो ग्रोथ रही है.
मई में फ्लैगशिप पोर्ट मुंद्रा ने 17.6 MT कार्गो हैंडलिंग का अहम रिकॉर्ड बनाया था. ये किसी भी भारतीय पोर्ट का ऑल टाइम मंथली हाई था.
अदाणी पोर्ट्स का नेट प्रॉफिट पिछले वित्त वर्ष के चौथे क्वार्टर में 77% बढ़कर 2,014.8 करोड़ रुपये पहुंच गया, जो अनुमानों के मुताबिक रहा. जबकि अदाणी पोर्ट्स का कंसोलिडेटेड रेवेन्यू 19% बढ़कर 6,896.5 करोड़ रुपये पहुंच गया.
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने एक स्टेटमेंट में कहा, 'अदाणी पोर्ट्स इस साल की शुरुआत में बाजार की कमजोर शुरुआत के बावजूद बेहतर प्रदर्शन कर रहा है. अगर लंबे वक्त तक ये जारी रहता है, तो इससे मार्जिन में भी इजाफा होगा.
आज दिन के ट्रेड में NSE में अदाणी पोर्ट का स्टॉक 1.95% के उछाल के साथ 1,458.6 रुपये/शेयर तक चला गया. जबकि दिन के खात्मे पर स्टॉक 0.93% उछाल के साथ 1,444 रुपये/शेयर पर क्लोज हुआ. इसकी तुलना में बेंचमार्क निफ्टी 50 में 0.39% की ग्रोथ हुई है.
ब्लूमबर्ग डेटा के मुताबिक शेयर को ट्रैक करने वाले 21 एनालिस्ट्स में से 19 ने स्टॉक को 'Buy' रेटिंग दी है. जबकि 2 ने इसे 'Hold' रेटिंग दी है.