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बांग्लादेश को बिजली सप्लाई जारी रखेंगे, PPA की शर्तों का पूरा होगा पालन: अदाणी पावर

अदाणी पावर के गोड्डा स्थित 1600 MW के पावर प्लांट से 100% बिजली बांग्लादेश को सप्लाई होती है. ये देश का एकमात्र पावर प्लांट है, जहां का पूरा आउटपुट बांग्लादेश को निर्यात किया जाता है.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी09:46 PM IST, 16 Aug 2024NDTV Profit हिंदी
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अदाणी पावर (Adani Power) अपने झारखंड स्थित पावर प्लांट से बांग्लादेश को बिजली आपूर्ति जारी रखेगी. इस संबंध में स्टेटमेंट जारी कर कंपनी ने कहा कि हम बांग्लादेश की जरूरतों को समझते हैं, ऐसे में हम उन्हें अपने करार के मुताबिक बिजली आपूर्ति उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

अदाणी पावर के गोड्डा स्थित 1600 MW के पावर प्लांट से 100% बिजली बांग्लादेश को सप्लाई होती है. ये देश का एकमात्र पावर प्लांट है, जहां का पूरा आउटपुट बांग्लादेश को निर्यात किया जाता है.

सरकार ने किया है नया संशोधन

इससे पहले ऊर्जा मंत्रालय ने अपनी इंपोर्ट/एक्सपोर्ट गाइडलाइंस को संशोधित किया है, इसके जरिए निर्यात शर्तों के साथ स्थापित किए गए प्लांट्स को भी अब खास स्थिति में भारत में बिजली बेचने का अधिकार दिया गया है.

इस संशोधन के मुताबिक पावर पर्चेज एग्रीमेंट के तहत पेमेंट में देरी जैसी वजहों के चलते अगर डिफॉल्ट नोटिस जारी किया गया है या पूरी क्षमता का उपयोग नहीं हो रहा है, तो बिजली इंडियन ग्रिड में भेजी जा सकती है. ये राज्य के अंदर या बाहर भेजी जा सकती है.

स्टेटमेंट में अदाणी पावर ने कहा कि गाइडलाइंस में बदलाव, मौजूदा व्यवस्था को बरकरार रखने के साथ-साथ भारतीय इंडस्ट्री के पावर एक्सपोर्ट प्रोसेस को नियमित बनाए रखने के लिए किया गया है.

कंपनी ने कहा, 'हम अपने गोड्डा प्लांट से बांग्लादेश को बिना रुकावट बिजली उपलब्ध करवा रहे हैं. हम बांग्लादेश के लिए इसकी अहमियत समझते हैं और हम PPA के प्रावधानों और BPDB के डिमांड शेड्यूल के मुताबिक बिजली उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.'

बांग्लादेश के राजनीतिक संकट के बाद सरकार ने दी छूट

बता दें सरकार ने निर्यात शर्तों वाले पावर प्लांट्स को ताजा छूट बांग्लादेश में आए राजनीतिक संकट के बाद दी है.

इसके अलावा भारत की कोशिश जीरो-डेफिसिट पावर सप्लाई नेशन बने रहने की है. दरअसल भारत की इलेक्ट्रिसिटी डिमांड बढ़ती जा रही है और शॉर्टफाल सिर्फ एक फीसदी के अंतर पर है.

इस साल मई में भारत की पावर डिमांड 250 GW के स्तर पर पहुंच गई थी. ऊर्जा मंत्रालय का अनुमान है कि इस साल गर्मी में ये डिमांड 260 GW तक पहुंच सकती है.

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