अकासा एयर (Akasa Air) फिर से ग्रोथ की उड़ान भरने के लिए तैयार है. एयरलाइन (Airline) के कुछ पायलटों ने नोटिस पीरियड का पालन किए बिना इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद अकासा ने कई रूट्स (Airline Routes) पर सेवाओं को बंद कर दिया गया था. एयरलाइन के एक प्रवक्ता ने कहा कि 'बेहतर पायलट प्लानिंग और ट्रेनिंग प्रोग्राम से एयरलाइन ग्रोथ के रास्ते पर वापस आ गई है.'
एयरलाइन FY24 में कुछ घरेलू और अंतरराष्ट्रीय रूट्स पर सेवाएं शुरू करने की तैयारी कर रही है. एयरलाइन इस साल के आखिर तक अतिरिक्त एयरक्राफ्ट की डिलीवरी लेगी. इससे पहले एयरलाइन ने उन पायलटों पर मुकदमा किया था, जिन्होंने अनिवार्य नोटिस पीरियड का पालन किए बिना कंपनी छोड़ दी थी. इससे एयरलाइन को कई उड़ानों को रद्द करना पड़ा था और उसके मार्केट शेयर में गिरावट आई थी.
प्रवक्ता ने कहा कि पायलट संकट से सीख लेते हुए हमने अपने नेटवर्क को बेहतर तरीके से ऑर्गनाइज किया है, जिससे हम अपने ग्राहकों को पहले की तरह अच्छी सेवाएं दे सकें. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अकासा एयर को बेंगलुरू से चेन्नई और हैदराबाद की सेवाओं को रोकना पड़ा था. कुछ और रूट्स पर उड़ानों के रद्द होने की आशंका है.
कुछ पायलटों के अचानक नौकरी छोड़ने से सितंबर में अकासा ने प्रति दिन 24 उड़ानें रद्द की थीं और एयरलाइन के अस्तित्व पर संकट आ गया था. एयरलाइन ने उड़ानों के रद्द होने से वित्तीय और छवि के नुकसान के लिए करीब 22 करोड़ रुपये मांगे हैं. हालांकि एविएशन रेगुलेटर ने दिल्ली हाई कोर्ट में कहा था कि एयरलाइन ने इन पायलटों के अचानक इस्तीफा देने की वजह से उड़ानें रद्द होने का कोई प्रमाण जमा नहीं किया है.
अब एयरलाइन ने कहा है कि वो वित्तीय तौर पर मजबूत और ग्रोथ कर रही है. एयरलाइन के मुताबिक, इस दशक के आखिर तक वो दुनिया की सबसे बड़ी एयरलाइंस में से एक बनने के रास्ते पर चल रही है.