युवा पीढ़ी को कृषि क्षेत्र की ओर आकर्षित करने के उद्देश्य से सरकार ने मंगलवार को कहा कि मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय द्वारा लागू की गई ‘मैत्री योजना' के तहत अबतक 16,000 युवाओं को रोजगार मिला है. मैत्री (बहुउद्देशीय कृत्रिम गर्भाधान-ग्रामीण भारत में एआई तकनीशियन) राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत स्थापित किए जा रहे हैं. इसका उद्देश्य शिक्षित युवाओं को मान्यता प्राप्त एआई प्रशिक्षण संस्थानों में प्रशिक्षण देकर उनके लिए रोजगार सृजित करना है.
मत्स्य, पशुपालन और डेयरी राज्यमंत्री संजीव बालियान ने एक बयान में कहा, ‘‘कुल 90,598 नौकरियों में से 16,000 युवाओं को मैत्री योजना के तहत रोजगार मिला है.''
उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी देश की रीढ़ है और भविष्य की राष्ट्र निर्माता भी है. इसलिए आज के युवाओं को सशक्त बनाने का मतलब भारत के भविष्य को सशक्त बनाना है.
बालियान ने आगे कहा कि पशुपालन और डेयरी विभाग द्वारा प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 50 लाख से अधिक किसानों को रोजगार दिया जाएगा.
पशुओं के उपचार के लिए 4,332 से अधिक चल पशु चिकित्सा इकाई खोलने की व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत देशी गाय की नस्लों के पालन को प्रोत्साहित किया जा रहा है.