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स्नैक्स सेगमेंट का स्वाद चखने के लिए ब्रिटानिया दांव लगाने की तैयारी में

ब्रिटानिया, जो गुड डे, 50-50, जिम जैम और प्योर मैजिक जैसे अपने लोकप्रिय बिस्किट ब्रैंड्स के लिए जाना जाता है, कंपनी ने अतीत में मुख्य रूप से स्वीट और सेमी-स्वीट बिस्किट पर अपना फोकस बनाए रखा है.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी08:39 AM IST, 18 Nov 2024NDTV Profit हिंदी
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ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज (Britannia Industries Ltd.) की दूसरी तिमाही की अर्निंग्स कॉल में, एग्जिक्यूटिव वाइस चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर वरुण बेरी ने संकेत दिया कि कंपनी सक्रिय रूप से स्नैक्स सेगमेंट में कदम रखने के लिए संभावनाओं की तलाश कर रही है.

अधिग्रहण पर विचार कर रही है ब्रिटानिया

बेरी ने बताया कि कंपनी ये आकलन करने के लिए मार्केट का जायजा ले रही है कि स्नैकिंग कैटेगरी ब्रिटानिया के मौजूदा पोर्टफोलियो और बिजनेस मॉडल के साथ कैसे मेल खाता है. अगर चीजें ठीक रहती हैं और ये परीक्षण अनुकूल साबित होते हैं, तो ब्रिटानिया अपने कोर बिस्किट प्रोडक्ट्स से अलग अपने अपना विस्तार करने के लिए स्नैकिंग इंडस्ट्री में औपचारिक रूप से अधिग्रहण पर विचार कर सकता है.

ब्रिटानिया, जो गुड डे, 50-50, जिम जैम और प्योर मैजिक जैसे अपने लोकप्रिय बिस्किट ब्रैंड्स के लिए जाना जाता है, कंपनी ने अतीत में मुख्य रूप से स्वीट और सेमी-स्वीट बिस्किट पर अपना फोकस बनाए रखा है. हालांकि, नमकीन स्नैक्स में कंपनी का संभावित वेंचर इसकी पोर्टफोलियो रणनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाएगा. जो कि पैकेज्ड फूड्स के भीतर डायवर्सिफिकेशन की ओर बड़े इंडस्ट्री ट्रेंड्स की दिशा में होगा. बेरी की ये बातें अपनी प्रोडक्ट सीरीज का विस्तार करने और कंपिटीटिव FMCG मार्केट में अपनी स्थिति मजबूत करने की ब्रिटानिया की महत्वाकांक्षाओं को दर्शाती हैं.

मार्जिन का खेल बिगड़ा

FMCG सेक्टर की प्रमुख कंपनी ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज धीमी मांग और महंगी लागत के दबाव से जूझ रही है, जिससे उसका मार्जिन कम हो गया है. दूसरी तिमाही में, ब्रिटानिया का मार्जिन पिछले साल की इसी तिमाही में 19.7% से घटकर 16.8% हो गया, जो बढ़ती इनपुट लागत के बीच प्रॉफिटिबिलिटी पर दबाव को दर्शाता है.

तिमाही के लिए रेवेन्यू ग्रोथ 5% रही, और मुनाफे में 9% की गिरावट आई. खास तौर पर ब्रिटानिया ने कंज्यूमर डिमांड को बनाए रखने के लिए पिछली कुछ तिमाहियों में कीमतों में बढ़ोतरी को लागू करने से दूरी बनाए रखी, हालांकि अब ये संकेत दिया है कि वो लागत के दबाव को कम करने के लिए आने वाली तिमाहियों में 4-5% कीमतों में इजाफा कर सकती है.

साथ ही, स्नैकिंग इंडस्ट्री ने लचीलेपन का प्रदर्शन किया है, बीकाजी फूड्स जैसी लिस्टेड कंपनियों ने बड़ी आर्थिक चुनौतियों के बावजूद मजबूत प्रदर्शन दिखाया है. जुलाई-सितंबर की अवधि में, बीकाजी फूड्स ने आय में 18% की ग्रोथ और EBITDA में 21% की ग्रोथ के साथ-साथ मुनाफे में 14% की ग्रोथ दर्ज की है.

ये बेहद उत्साहजनक आंकड़े स्नैकिंग कैटेगरी के भीतर मजबूत मांग को दर्शाते हैं. जो ब्रिटानिया के लिए एक आकर्षक फैक्टर हो सकता है, क्योंकि कंपनी अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने पर विचार कर रही है. नमकीन स्नैक्स मार्केट में एंट्री करके ब्रिटानिया नए विकास के अवसरों को भुना सकती है.

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