देश की सबसे अधिक वैल्यूएशन वाली एडटेक कंपनी Byju’s पर अब उनके ही निवेशक सवाल उठा रहे हैं. नीदरलैंड बेस्ड प्रोसस (Prosus) ने मंगलवार को कहा कि बायजूज मैनेजमेंट ने कंपनी को चलाने के तरीके पर उसकी सलाह को लगातार नजरंदाज किया है. बता दें बायजूज में प्रोसस की लगभग 9.6% हिस्सेदारी है.
प्रोसस ने एक बयान में कहा कि हमारे डायरेक्टर के बार-बार प्रयासों के बावजूद बायजूज की एग्जिक्यूटिव लीडरशीप ने हमारी स्ट्रैटेजिक, ऑपरेशनल, कानूनी और कॉरपोरेट-गवर्नेंस मामलों से संबंधित सलाह और सिफारिशों को लगातार नजरंदाज किया.
प्रोसस ने कहा कि हमारे डॉयरेक्टर ने बायजूज के बोर्ड ऑफ डॉयरेक्टर्स से हटने का फैसला तब लिया गया जब ये साफ हो गया कि वो कंपनी और उसके स्टेकहोल्डर्स के दीर्घकालीन हितों के लिए काम करने के अपने कर्तव्य को पूरा नहीं कर पा रहे हैं.
यहां प्रोसस के रसेल ड्रेसेनस्टॉक का जिक्र हो रहा है, जिन्होंने लगभग एक महीने पहले Peak XV Partners के जीवी रविशंकर और चान जुकरबर्ग इनिशिएटिव के विवियन वू के साथ बायजू की मूल कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया था.
प्रोसस ने कहा कि जैसे-जैसे बायजूज का विकास हुआ, उसके मुताबिक इसकी रिपोर्टिंग और गवर्नेंस स्ट्रक्चर ठीक से नहीं बढ़ा. हालांकि अब कंपनी के निदेशक मंडल में हमारा कोई प्रतिनिधि नहीं है, लेकिन हम बायजूज की क्षमता में विश्वास करते हैं.
31 मार्च को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष के लिए अपनी वित्तीय रिपोर्ट में प्रोसस ने खुलासा किया कि उसने बायजूज में अपनी 9.6% हिस्सेदारी की वैल्यू घटाकर लगभग 493 मिलियन अमेरिकी डॉलर कर दी है, कंपनी का वैल्यूएशन 5.4 बिलियन डॉलर माना गया है. जबकि एक साल पहले ये वैल्यूशन 22 बिलियन डॉलर आंका गया था.
बता दें पिछले 12 महीनों में बायजूज के संस्थापक रवींद्रन और COO मृणाल मोहित ने कर्मचारियों के संभावित विरोध, ED द्वारा छापेमारी, छंटनी और नतीजों में देरी के बीच कर्मचारियों से सीधे संपर्क किया है.