Car Price Hike 2023: देश की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (Maruti Suzuki India Limited) ने कारों के दाम को बढ़ाने का ऐलान किया है. कंपनी ने कहा है कि कीमतों में बढ़ोतरी और नए रेग्युलेटरी नियमों को लागू करने के चलते कंपनी की लागत बढ़ी है. जिसकी वजह से कारों के दाम बढ़ाने का फैसला किया गया है. हालांकि, कीमतों में बढ़ोतरी किस तारीख से होगी और कितनी होगी इसके लेकर कंपनी ने अभी खुलासा नहीं किया है. इस साल मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) की ओर से कीमतों में ये दूसरी बढ़ोतरी होगी. इसके पहले मारुति ने जनवरी में भी कारों के दाम बढ़ाए थे.
मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki Hikes vehicle prices) ने कहा है कि कार की लगात पर बढ़ते दबाव के बावजूद हमारी कोशिश रही है कि ग्राहकों पर इसका बोझ न डाला जाएगा, अगर डाला जाए तो वो कम से कम हो. लेकिन अब लागत का दबाव ज्यादा है, इसलिए कार की कीमतों में बढ़ोतरी (Maruti Suzuki car price hike 2023) करना बेहद जरूरी हो गया है. वहीं, इस बढ़ोतरी के तहत किस कार की कीमत कितनी बढ़ेगी, इस पर कंपनी का कहना है कि ये उस कार के मॉडल पर निर्भर करेगा.
आपको बता दें कि होंडा कार्स (Honda Cars), टाटा मोटर्स (Tata Motors) और हीरो मोटोकॉर्प (Hero MotoCorp) सहित कई कार बनाने कंपनियां पहले से ही अप्रैल से कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा की है.1 अप्रैल से टाटा मोटर्स के कमर्शियल व्हीकल्स के दाम 5% तक बढ़ जाएंगे. टाटा मोटर्स ने कमर्शियल व्हीकल्स के दाम 1 अप्रैल से 5% तक बढ़ाने का ऐलान किया था. वहीं, हीरो मोटोकॉर्प ने भी 1 अप्रैल 2023 से अपने कुछ चुनिंदा मॉडल्स की कीमतों में बढ़ोतरी (Car Price Hike) का फैसला किया है. कंपनी ने कहा है कि कीमतों में 2% तक की बढ़ोतरी होगी.
1 अप्रैल से BS-6 के दूसरे चरण के नियम लागू हो जाएंगे. कार बनाने वाली कंपनियां अपनी नई कारों को 'BS-6 एमिशन नॉर्म्स' के दूसरे चरण के मुताबिक बना रही हैं. नए नियमों के तहत कंपनियों को BS-6 एमिशन की गाइडलाइंस का पालन करना होगा. इससे गाड़ियां फ्यूल एफिशिएंट होंगी और CO2 एमिशन को कम करने में मदद मिलेगी.
इसमें अब ऑन-बोर्ड डायग्नोस्टिक (OBD-2) नियमों को भी जोड़ा गया है. इसके जरिए 1 अप्रैल से कारों में OBD-2 डिवाइस को गाड़ियों में फिट करना जरूरी होगा, जिससे गाड़ी के एमिशन लेवल पर नजर रखी जा सके. ऐसी जांच अभी तक लैबोरेट्री में होती थी. अब इस डिवाइस को कारों में लगाने की लागत 10 हजार से 30 हजार रुपये के बीच है. जिसके वजह से कारें महंगी हो जाएंगी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह BQ PRIME से प्रकाशित की गई है.)