भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने रिलायंस इंडस्ट्रीज और वॉल्ट डिज्नी कंपनी की मीडिया यूनिट्स (Star India and Disney Hotstar) के मर्जर को मंजूरी दे दी है. मर्जर प्रोसेस पूरा होने के बाद ये देश की सबसे बड़ी मीडिया कंपनी होगी.
इस डील की मंजूरी के लिए दायर आवेदन की जांच के दौरान, CCI ने क्रिकेट प्रसारण अधिकार, OTT मौजूदगी और एंटी-कंपीटिटिव प्वाइंट्स को लेकर कुछ चिंताएं जताई थीं. लेकिन अब दोनों पक्षों की ओर से प्रस्तावित कुछ संशोधनों के साथ इस मर्जर डील को मंजूरी दे दी गई.
हालांकि, CCI ने इन स्वैच्छिक संशोधनों की डिटेल नहीं दी है. CCI की मंजूरी के बाद इस सौदे को अभी NCLT से मंजूरी लेनी होगी.
रिलायंस इंडस्ट्रीज की मीडिया यूनिट वायकॉम18 और वॉल्ट डिज्नी की मीडिया यूनिट स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (SIPL) के मर्जर की घोषणा साल की शुरुआत में की गई थी. इस मर्जर डील के तहत 70,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य वाली देश की सबसे बड़ी मीडिया कंपनी अस्तित्व में आएगी.
CCI ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर पोस्ट में कहा कि उसने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL), वायकॉम18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड, डिजिटल 18 मीडिया लिमिटेड, LIPL और स्टार टेलीविजन प्रोडक्शंस लिमिटेड (STPL) के प्रस्तावित संयोजन को स्वैच्छिक संशोधनों के साथ मंजूरी दे दी है.
वायकॉम 18, अंबानी के रिलायंस इंडिया ग्रुप का पार्ट है, जबकि STPL ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स में गठित कंपनी है, जिसका स्वामित्व वॉल्ट डिज्नी के पास है.
रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी इस ज्वाइंट वेंचर की बागडोर संभालेंगी, जबकि डिज्नी के पूर्व शीर्ष अधिकारी उदय शंकर इसके वाइस चेयरपर्सन होंगे.
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सोनी और नेटफ्लिक्स जैसे प्रतिद्वंद्वियों से मुकाबले के लिए ज्वाइंट वेंचर में करीब 11,500 करोड़ रुपये निवेश करने पर सहमति जताई है. मर्जर के बाद गठित होने वाली मीडिया कंपनी के पास दो स्ट्रीमिंग सेवाएं और 120 टेलीविजन चैनल होंगे.
इस डील के तहत ज्वाइंट वेंचर कंपनी में रिलायंस और उसकी सहयोगी इकाइयों की 63.16% हिस्सेदारी होगी, जबकि वॉल्ट डिज्नी के पास शेष 36.84% हिस्सेदारी होगी.