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चंद्रबाबू नायडू के परिवार के पास ₹931 करोड़ की संपत्ति; 82% कमाई एक ही फर्म में हिस्सेदारी से आई

1992 में गठित मिल्क और डेयरी प्रोडक्ट रिटेलर हेरिटेज फूड्स नाम की इस कंपनी में नायडू के व्यक्तिगत शेयर्स नहीं हैं, बल्कि उनके परिवार के लोगों की हिस्सेदारी है.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी05:12 PM IST, 03 Jan 2025NDTV Profit हिंदी
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आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के परिवार की 931 करोड़ रुपये की संपत्ति में करीब 82% संपत्ति एक ही फर्म में हिस्सेदारी के चलते बनी है. कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक इस फर्म को तब गठित किया गया था, जब तत्कालीन वित्त मंत्री मनमोहन सिंह ने तीन दशक पहले इकोनॉमी को खोला था.

1992 में स्थापित मिल्क और डेयरी प्रोडक्ट रिटेलर हेरिटेज फूड्स नाम की इस कंपनी में नायडू के व्यक्तिगत शेयर्स नहीं हैं, बल्कि उनके परिवार के लोगों की हिस्सेदारी है. कंपनी को 1994 में शेयर बाजार में लिस्ट करवाया गया था. कंपनी में चंद्रबाबू नायडू की पत्नी भुवनेश्वरी नारा की 24.37% हिस्सेदारी है, जिसकी वैल्यू करीब 763 करोड़ रुपये है.

बता दें नायडू को ADR (Association for Democratic Reforms) ने अपनी रिपोर्ट में सबसे अमीर मुख्यमंत्री बताया था.

PTI रिपोर्ट के मुताबिक इस पृष्ठभूमि में हेरिटेज फूड्स ऑफिशियल्स ने कहा कि कंपनी पूरी तरह डेली प्रोडक्ट रिटेलर है और इंफ्रा जैसे किसी सेक्टर में नहीं है. ऐसी रिटेल फर्म जिसे किसी भी तरह की सरकारी सब्सिडी या सपोर्ट नहीं मिलता, वो तभी ग्रोथ कर सकती है, जब उसकी जनता में मांग हो. और ये कंपनी नायडू ने तब बनाई थी, जब वे सिर्फ विधायक थे. वे जब मुख्यमंत्री बने, तब तक कंपनी की लिस्टिंग हो चुकी थी.

LPG रिफॉर्म के बाद किया गया कंपनी का गठन

कंपनी ने आगे बताया कि 1990 के दशक में नायडू के गृह जिला चित्तूर दूध का सबसे बड़ा उत्पादक था. 1992 में दूध का सरप्लस उत्पादन रहा. ठीक इसी दौरान वित्त मंत्री मनमोहन सिंह ने 1991-92 अर्थव्यवस्था को खोला. इससे कई सेक्टर्स प्राइवेट कैपिटल के लिए खुल गए. डेयरी सेक्टर को भी खोला गया और प्राइवेट एंटरप्रेन्योर्स को मिल्क प्रोसेसिंग और मार्केटिंग में निवेश करने के लिए खोला गया.

इस मौके का फायदा उठाते हुए नायडू ने 50 लाख रुपये के शुरुआती निवेश के साथ हेरिटेज फूड्स की स्थापना की. इसके तहत चित्तूर में हेरिटेज फूड्स की पहली मिल्क चिलिंग यूनिट की स्थापना की गई. पैसे जुटाने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा और अन्य सरकारी बैंकों से कर्ज लिया गया. फिलहाल हेरिटेज फूड्स की कुल मार्केट वैल्यू 4,400 करोड़ रुपये की है. ये 12 राज्यों में काम करती है. जबकि कंपनी की एसेट वैल्यू 600 करोड़ रुपये की है.

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