मुंबई में CNG की कीमत में 2.5 रुपये प्रति किलोग्राम की कटौती के बाद महानगर गैस लिमिटेड (Mahanagar Gas Ltd.) के शेयर लगभग 18% गिर गए. 1 महीने के चार्ट को देखें तो ये गिरावट 13% की हुई है.
इसके पीछे की वजह एक खबर थी जिसकी वजह से लगने लगा कि कंपनी के लिए रेगुलेटरी रिस्क बढ़ सकता है. इसलिए निगेटिव रिएक्शन आने लगे.
दरअसल हाल ही में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा था कि केंद्र सरकार नीतियों में कुछ सुधार करने वाली है जिससे कि लाभ सीधे तौर पर उपभोक्ता को मिले.
इस खबर का नकारात्मक असर और भी बढ़ गया जब ये एक और खबर आई कि मुंबई में महानगर गैस का डिस्ट्रीब्यूशन कॉन्ट्रैक्ट 2021 में खत्म हो चुका है.
ब्रोकरेज कंपनी जेफरीज (Jefferies) के मुताबिक, फीडस्टॉक की कम हो रही लागत से महानगर गैस के मार्जिन में होने वाली कमी भी कम ही होगी. हालांकि गैस की मौजूदा कीमत अप्रैल में 10% और गिरने की संभावना है क्योंकि ONGC की तरफ से एक्स्ट्रा स्टॉक उपलब्ध होगा.
महानगर गैस उपभोक्ताओं को बेचने के लिए गैस खरीदती है. गैस की कम कीमतों का मतलब है कि कंपनी को गैस के लिए कम पेमेंट करनी होगी, जिससे उपभोक्ताओं को देने वाली गैस की लागत भी कम हो जाएगी.
जेफरीज का अनुमान है कि रेट में कटौती के कारण वित्त वर्ष 2025 (FY25) में मार्जिन 12.3 रुपये प्रति घन मीटर गैस से घटकर 11.5 रुपये प्रति क्यूबिक मीटर हो जाएगा. हालांकि महानगर गैस का मार्जिन अभी भी 10-12 रुपये प्रति क्यूबिक मीटर के गाइडेंस के अपर लेवल पर ही रहेगा.
फरवरी 2024 की शुरुआत में महानगर गैस लिमिटेड ने यूनिसन एनवायरो प्राइवेट लिमिटेड (Unison Enviro Pvt.) का अधिग्रहण किया. ये अधिग्रहण 562 करोड़ रुपये में हुआ. इस अधिग्रहण से कंपनी को महाराष्ट्र के रत्नागिरी, लातूर और उस्मानाबाद के साथ-साथ कर्नाटक के चित्रदुर्ग और दावणगेरे के नए क्षेत्रों में डिस्ट्रीब्यूशन में मदद मिल रही है.
इस अधिग्रहण के आधार पर, जेफरीज का अनुमान है कि FY25 में महानगर गैस की वॉल्यूम ग्रोथ सालाना 11% रहेगी.
दिल्ली-NCR में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए सख्त नीतियां हैं. इसकी वजह से महानगर गैस के प्रतिद्वंद्वी इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (Indraprastha Gas Ltd.) की बिक्री में कमी आ सकती है. ध्यान देने वाली बात ये भी है कि MMR (Mumbai Metropolitan Region) में EV का विस्तार NCR की तुलना में, 10-12% के मुकाबले लगभग 4-5% है.
जेफरीज के अनुसार, ये स्थिति सीमित EV इन्फ्रास्ट्रक्चर और कमजोर रेगुलेशन के कारण है. इसलिए EV का विस्तार हुआ तो महानगर गैस के लिए रिस्क भी बढ़ेगा.
जेफरीज के मुताबिक, LNG का स्पॉट प्राइज आगे भी गिरता रहेगा. कतर और अमेरिका ग्लोबल स्टोरेज का 30% हिस्सा रखते हैं. इनके पास 2024-26 में नई LNG सप्लाई आने वाली है. इनकी इस तरह कैपेसिटी बढ़ने की वजह से भी LNG की कीमतें कम रह सकती हैं.
कम स्पॉट दर की वजह से कंपनी के पास मार्जिन बचाने के लिए कम कीमतों पर स्पॉट LNG खरीदने का मौका भी है.