एविएशन रेगुलेटर DGCA ने स्पाइसजेट को कड़ी निगरानी में रखा है. PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को ये कहा है, लेकिन एयरलाइन ने इससे साफ इनकार कर दिया है. एयरलाइन को हाल के महीनों में कई वित्तीय दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. इस बीच कई लेसर्स स्पाइसजेट को लीज पर दिए गए एयरक्राफ्ट पर कब्जा वापस मांग रहे हैं. एयरलाइन ने कुछ मामलों का सेटलमेंट किया है.
PTI के मुताबिक, डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने तीन हफ्ते से ज्यादा समय से एयरलाइन को कड़ी निगरानी में रखा है और ये प्रक्रिया जारी है. रेगुलेटरी अधिकारी ने कहा कि इसमें निगरानी बढ़ाना और स्पॉट चेक, दोनों शामिल होंगे.
इसके पीछे मकसद है कि वित्तीय मामलों की वजह से उड़ानों पर कोई बुरा असर नहीं हो और सुरक्षा पर कोई कटिंग कॉर्नर नहीं रहे. अधिकारी ने बताया कि कड़ी निगरानी के तहत ये भी चेक किया जाएगा कि क्या सुरक्षा नियमों को पूरा किया जा रहा है या नहीं.
रिपोर्ट के मुताबिक, संपर्क किए जाने पर स्पाइसजेट के एक प्रवक्ता ने कहा कि जानकारी बिल्कुल गलत है और इससे इनकार किया जाता है. प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि DGCA से एयरलाइन को ऐसी कोई सूचना नहीं मिली है.
स्पाइसजेट कई तरह की मुश्किलों का सामना कर रही है. उसने कई एयक्राफ्ट लेसर्स के साथ मामलों का सेटलमेंट किया है. 21 जून को, एयरलाइन ने कहा था कि उसने एयरलाइन के Q400 प्लेन्स के लेसर Nordic एविएशन कैपिटल (NAC) के साथ सेटलमेंट एग्रीमेंट किया है.