ऑनलाइन खुदरा बिक्री का जोर रहने से इस बार परंपरागत खुदरा कारोबारियों की दिवाली कुछ ठंडी रही। एक व्यापारिक संगठन के मोटे अनुमान के अनुसार ई-कॉमर्स का जोर रहने से पिछले साल के मुकाबले इस बार दुकानों, थोक बाजारों में बिक्री 40 प्रतिशत कम रही।
थोक एवं खुदरा व्यापारियों की अखिल भारतीय संस्था कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि इस बार त्योहारी मौसम में दिल्ली में ऑफलाइन बिक्री पिछले साल के मुकाबले 40 प्रतिशत कम रही।
उन्होंने कहा, ऑनलाइन खुदरा 'सेल और महासेल' से परंपरागत खुदरा कारोबारी हैरान-परेशान हैं और इस तरह की महासेल के खिलाफ 31 अक्टूबर से देशभर में धरना प्रदर्शन करने का भी फैसला किया है। वहीं जिन कंपनियों का माल ऑनलाइन में सस्ता और ऑफलाइन में महंगा बिक रहा है, उन कंपनियों के प्रमुखों के साथ भी बैठक करने का फैसला किया है। व्यापारी जानना चाहते हैं कि वही माल ऑनलाइन में इतना सस्ता कैसे बिक रहा है।
खंडेलवाल ने कहा, मोबाइल, टीवी, फ्रिज के अलावा सौंदर्य प्रसाधन, उपहार, तमाम इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं, रेडीमेड कपड़े और घड़ियां आदि ऐसे सामान रहे, जिनका ऑनलाइन बिक्री का जोर रहा। इनमें मोटे तौर पर पिछले साल जहां 1,000 करोड़ का कारोबार हुआ, वहीं इस साल यह खुदरा बाजारों में घटकर 600 करोड़ रुपये रह गया।