दुनिया भर में छंटनी के सिलसिले के बीच ई-कॉमर्स कंपनी अमेजॉन (Amazon) ने भी भारत में 500 लोगों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है.
अमेजॉन के CEO एंडी जेसी ने मार्च के अंत में कंपनी में बड़ी छंटनी की घोषणा की थी, जिसकी वजह से दुनिया भर में 9,000 कर्मचारी प्रभावित हुए हैं.
Amazon ने घटती बिक्री और लागत को कम करने के लिए पिछले साल इस बड़ी छंटनी का ऐलान किया था.
आपको बता दें, कोविड के दौरान Amazon ने बड़े पैमाने पर हायरिंग की थी, मगर कोरोना लॉकडाउन खुलने के बाद मार्केट में मंदी के कारण कंपनी ने छंटनी करना शुरू कर दिया था. मार्च में 9,000 कर्मचारियों को निकालने का ऐलान किया गया था, जबकि कंपनी ने जनवरी में कुल 18,000 कर्मचारियों की छंटनी की थी.
अमेजॉन में सबसे ज्यादा संख्या उन कर्मचारियों की है जो गोदामों और प्रोडक्ट को शिप करने का काम करते हैं. इसके अलावा, कंपनी के पास 3.5 लाख के करीब कॉर्पोरेट कर्मचारी है.
टेक फील्ड की दिग्गज कंपनियों ने भी बहुत लोगों को निकाला है, जिसमें मेटा प्लेटफॉर्म, Google की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट, माइक्रोसॉफ्ट, डेल टेक्नोलॉजीज और इंटरनेशनल बिजनेस मशीन (IBM) शामिल हैं.
माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft Corp) ने लगभग 5% नौकरियों में कटौती की थी, जबकि Google ने लगभग 12,000 लोगों की छंटनी की थी. Twitter ने भी दुनिया भर में कई कर्मचारियों की छंटनी की थी. ट्विटर ने भारत में काम कर रहे 90% कर्मचारियों को निकाल दिया था.