Fairwork India Ratings 2023: दिग्गज बिजनेस ग्रुप टाटा (Tata) के स्वामित्व वाली बिगबास्केट (BigBasket) ने इस साल के फेयरवर्क इंडिया इंडेक्स में शीर्ष स्थान हासिल किया है. वहीं, कैब सर्विस देने वाली उबर और ओला (Uber-Ola) जैसी कंपनियां और लॉजिस्टिक्स स्टार्टअप पोर्टर (Porter) निचले पायदान पर रहे हैं.
गिग वर्कर्स के काम करने की स्थिति, उनको मिलने वाली सुविधाओं पर होने वाली स्टडी में इस साल 12 प्लेटफार्म्स को शामिल किया गया, जिनमें अमेजॉन फ्लेक्स (Amazon Flex), बिगबास्केट (BigBasket), ब्लूस्मार्ट (BluSmart), डंजो (Dunzo), फ्लिपकार्ट (Flipkart), ओला (Ola), पोर्टर (Porter), स्विगी (Swiggy), उबर (Uber), अर्बन कंपनी (Urban Company), जेप्टो (Zepto) और जोमैटो (Zomato) शामिल हैं.
फेयरवर्क इंडिया 2023 रिपोर्ट सोमवार को प्रकाशित की गई. सेंटर फॉर IT एंड पब्लिक पॉलिसी और इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, बंगलुरु ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के सहयोग से इस रिपोर्ट को तैयार किया है.
राइड-हेलिंग सेक्टर में पहले से स्थापित ओला-उबर जैसे दिग्गजों की तुलना में 'ब्लूस्मार्ट' का प्रदर्शन शानदार रहा और रेटिंग में शामिल होने के पहले साल ही इसने 10 में से 5 अंक हासिल कर अच्छा स्कोर किया. ये इस बात का संकेत देता है कि ब्लूस्मार्ट का ऑपरेटिंग मॉडल इस सेक्टर में ड्राइवर्स की बेहतर स्थिति की दिशा में मानक तय कर सकता है.
फेयरवर्क इंडिया 2023 रिपोर्ट के अनुसार उबर, ओला, जोमैटो, अमेजॉन की स्थिति निराशाजनक है. इस संबंध में ओला ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, जबकि उबर, जोमैटो, अमेजॉन को भेजे गए प्रश्नों का जवाब फिलहाल नहीं मिल पाया है.
इस स्टडी में 5 व्यापक मापदंडों (Parameters) वर्किंग कंडीशंस, फेयर पे, कॉन्ट्रैक्ट फेयरनेस, मैनेजमेंट और रिप्रेजेंटेशन के आधार पर डिजिटल लेबल प्लेटफॉर्म्स को रैंकिंग तय की गई. प्रत्येक मापदंड को दो पॉइंट में बांटा गया है, दोनों पॉइंट के लिए कंपनियों को अलग-अलग बातों पर खरा उतना था, जिसमें पहले पॉइंट पर खरा उतरने पर ही दूसरा पॉइंट दिया गया है. 12 में से किसी भी प्लेटफॉर्म ने 10 में से 6 से अधिक पॉइंट हासिल नहीं किया.
रिपोर्ट के अनुसार केवल बिगबास्केट, फ्लिपकार्ट और अर्बन कंपनी ही न्यूनतम वेतन नीति (Minimum Wage Policy) वाले प्लेटफॉर्म हैं, जो ये सुनिश्चित करते थे कि उनके सभी कर्मचारी काम से संबंधित लागत को निकालने के बाद कम से कम प्रति घंटा स्थानीय न्यूनतम वेतन/मजदूरी कमा पाएं.
किसी भी प्लेटफॉर्म ने 'उचित वेतन' सिद्धांत का दूसरा प्वाइंट हासिल नहीं किया, जिसके लिए उन्हें इस बात के पर्याप्त सबूत देने की जरूरत पड़ती कि काम से संबंधित लागतों के बाद उनके गिग वर्कर्स कम से कम लोकल लिविंग वेज हासिल कर पाते हैं. हालांकि, अर्बन कंपनी ने ये सुनिश्चित करने के लिए सार्वजनिक प्रतिबद्धता जताई है.
अपने कर्मियों (Gig Workers) को पर्याप्त सुरक्षा उपकरण और समय-समय पर सिक्योरिटी ट्रेनिंग देने के लिए अमेजॉन फ्लेक्स, बिगबास्केट, ब्लूस्मार्ट, फ्लिपकार्ट, स्विगी, अर्बन कंपनी, उबर, जेप्टो और जोमैटो को फर्स्ट पॉइंट मिला.
बिना किसी अतिरिक्त लागत के दुर्घटना बीमा कवरेज (Accidental Insurance Coverage) प्रदान करने, दुर्घटनाओं के अलावा अन्य चिकित्सा कारणों से काम करने में असमर्थ होने पर मुआवजा का प्रावधान होने के लिए बिगबास्केट, स्विगी, अर्बन कंपनी, जेप्टो और जोमैटो को दूसरे प्वाइंट से नवाजा गया.
इन प्लेटफॉर्म्स ने ये भी सुनिश्चित किया कि जब कर्मचारी पूर्व सूचना देकर ली गई छुट्टी के बाद वापस लौटे तो उनकी स्थिति पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा.
12 में से 7 प्लेटफॉर्म- बिगबास्केट, ब्लूस्मार्ट, डंजो, स्विगी, अर्बन कंपनी, जेप्टो और जोमैटो को इस पैरामीटर पर पहला प्वाइंट दिया गया, जबकि जबकि डंजो और स्विगी को छोड़कर बाकियों को दूसरा प्वाइंट भी मिला.
इन कंपनियों ने अपने कॉन्ट्रैक्ट में एक चेंज लाते हुए लायबिलिटी में असमानता को कम किया. जैसे कि ऐप की खराबी के कारण वर्कर्स को होने वाले नुकसान की भरपाई करने का प्रावधान, अपने सब-कॉन्ट्रैक्टर्स के लिए एक कोड ऑफ कंडक्ट यानी आचार संहिता निर्धारित करना, प्राइसिंग वैरिएबल्स की पारदर्शी व्यवस्था आदि.
वर्कर्स को प्रभावित करने वाले निर्णयों में उचित प्रक्रिया के प्रावधान और वर्कर्स को अनुशासनात्मक कार्रवाई (Disciplinary Actions) के खिलाफ अपील के लिए चैनल की व्यवस्था को लेकर अमेजॉन फ्लेक्स, बिगबास्केट, ब्लूस्मार्ट, फ्लिपकार्ट, स्विगी और जोमैटो को निष्पक्ष प्रबंधन सिद्धांत के लिए फर्स्ट प्वाइंट दिया गया.
केवल ब्लूस्मार्ट और स्विगी को इस पैरामीटर पर दूसरा प्वाइंट मिला, क्योंकि उन्होंने गिग वर्कर्स के भेदभाव के खिलाफ नीतियों को अपनाने के अलावा, अपने कार्य आवंटन प्रणाली (Work Allocation System) में पूर्वाग्रहों की जांच के लिए नियमित, बाहरी ऑडिट की व्यवस्था की.
इस साल किसी भी प्लेटफॉर्म को बेहतरीन प्रतिनिधित्व के लिए अंक नहीं दिया गया.
फेयरवर्क ने कहा, 'ये चिंताजनक है कि पिछले 4 वर्षों में देशभर में प्लेटफॉर्म वर्कर कलेक्टिवाइजेशन बढ़ने के बावजूद, किसी भी प्लेटफॉर्म से पर्याप्त सबूत नहीं मिले, जो गिग वर्कर्स के सामूहिक निकाय को मान्यता देने की इच्छा जताते हों.' दूसरे शब्दों में ये प्लेफॉर्म्स वर्कर यूनियन या इस तरह के किसी भी संगठन को मान्यता नहीं देना चाहते हैं