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IGL, MGL में लगा 15% का लोअर सर्किट; GAIL के गैस आवंटन में कटौती से मार्जिन पर बढ़ा खतरा

सिटी गैस कंपनियों को मुख्य रूप से उनकी CNG सेल्स वॉल्यूम जरूरतों के लिए 6.5 डॉलर/mmbtu (मिलियन मीट्रिक ब्रिटिश थर्मल यूनिट) के फिक्स्ड प्राइस पर घरेलू गैस का आवंटन होता है.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी09:55 AM IST, 18 Nov 2024NDTV Profit हिंदी
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सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL), महानगर गैस लिमिटेड (MGL) और अदाणी टोटल गैस (Adani Total Gas Ltd.) के शेयरों आज बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है. IGL, MGL में तो 15% का लोअर सर्किट लगा है, लेकिन अदाणी टोटल गैस में करीब 4% की गिरावट देखने को मिल रही है. दरअसल, ये गिरावट GAIL के उस ऐलान का असर है जिसमें कंपनी ने सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों के लिए गैस आवंटन में 13-20% की कटौती कर दी है. जिससे इनके मार्जिन पर असर पड़ने की आशंका है.

सिटी गैस कंपनियों को मुख्य रूप से उनकी CNG सेल्स वॉल्यूम जरूरतों के लिए 6.5 डॉलर/mmbtu (मिलियन मीट्रिक ब्रिटिश थर्मल यूनिट) के फिक्स्ड प्राइस पर घरेलू गैस का आवंटन होता है. इस घरेलू गैस का आवंटन कम होने से कंपनियों की प्रॉफिटिबिलिटी निगेटिव असर पड़ता है. ये कटौती घरेलू या APM गैस आवंटन में दूसरी बार हो रही है, पहली कटौती अक्टूबर 2024 में ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC) ने की थी.

आवंटन में कितनी कटौती?

इसे लेकर शुक्रवार को एक्सचेंज फाइलिंग में जानकारी दी गई, जिसके मुताबिक इंद्रप्रस्थ गैस, महानगर गैस और अदाणी टोटल गैस के आवंटन में 20%, 18% और 13% की कटौती की गई है. अक्टूबर में आवंटन में कटौती 16-20% की रेंज में की गई थी.

सिस्टमैटिक्स के मुताबिक, हालिया कटौती के बाद, सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (CGD) कंपनियों को APM आवंटन अब करीब 30-35% है. जेफरीज को उम्मीद है कि 2025 के मध्य तक सिटी गैस कंपनियों का घरेलू गैस आवंटन जीरो हो जाएगा.

मार्जिन को लगेगा झटका

अक्टूबर में जब ONGC ने अपनी पहली कटौती का ऐलान किया था, तो एम के रिसर्च ने अनुमान लगाया था कि इंद्रप्रस्थ गैस और महानगर गैस के मार्जिन पर 1.4-1.5 रुपये/scm का प्रभाव पड़ेगा. अब ये बढ़कर 2.7-3 रुपये/scm हो गया है.

जेफरीज का अनुमान है कि FY2026-27 में इंद्रप्रस्थ गैस, महानगर गैस और गुजरात गैस के प्रति यूनिट EBITDA मार्जिन में 2.5 रुपये, 1.5 रुपये और 1 रुपये प्रति/scm की तेज गिरावट देखने को मिलेगी. ब्रोकरेज ने तीनों कंपनियों के लिए अपने FY2026 EPS अनुमान को 19-31% की सीमा में कम कर दिया.

सिस्टेमैटिक्स ने बताया कि आवंटन रद्द होने के बाद, IGL और MGL को रोजाना 1.5 और 0.6 मिलियन scm गैस बदलने की जरूरत होगी. ये वॉल्यूम ऊंची-लागत वाले हाई प्रेशर, हाई टेम्परेचर गैस या स्पॉट LNG से मिलेंगे, जो $13/mmbtu के आसपास ट्रेड कर रहे हैं. जो कि तय APM गैस मूल्य से काफी ज्यादा है.

इस तरह से स्पॉट LNG मार्केट से ज्यादा गैस सोर्सिंग से सिटी की गैस कंपनियों के ऑपरेटिंग लागत पर असर पड़ेगा.

CNG कीमतों में बढ़ोतरी को टाल नहीं सकते

IIFL सिक्योरिटीज, एम के रिसर्च और जेफरीज के मुताबिक, गैस कंपनियों को अपना मार्जिन बनाए रखने के लिए CNG की कीमतों में बढ़ोतरी की जरूरत है. जेफरीज को CNG की रिटेल कीमतों में 10% की बढ़ोतरी का अनुमान है. सिस्टेमैटिक्स का अनुमान है कि कीमतों में 6-8 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी होगी. एमके रिसर्च को महानगर गैस और इंद्रप्रस्थ गैस के लिए CNG की कीमतों में 6.3 रुपये और 6.4 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी का अनुमान है.

हालांकि, ब्रोकरेज का अनुमान है कि महाराष्ट्र और दिल्ली में विधानसभा चुनावों की वजह से कीमतों में जल्द किसी बढ़ोतरी का ऐलान नहीं होगा. इससे कंपनियों के लिए निकट अवधि में मार्जिन पर दबाव पड़ सकता है.

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