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20 दिन लू की चेतावनी; सिर्फ गला नहीं, सूखेगी जेब भी, सब्जियों के उत्पादन पर होगा असर

गेहूं के उत्पादन पर हीट वेव का असर कम होने की संभावना है, क्योंकि बड़े उत्पादक क्षेत्रों में फसल कट चुकी है और अगले 2 हफ्तों में बची हुई फसल कटने की भी उम्मीद है.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी12:00 PM IST, 03 Apr 2024NDTV Profit हिंदी
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भारत में इस साल लू (Heat Waves) के चलते सब्जियों और दूसरी फसलों के उत्पादन पर असर पड़ सकता है. कम उत्पादन से सब्जियां महंगी होने की संभावना है. हालांकि गेहूं के उत्पादन पर बहुत असर होने की संभावना नहीं है. ये बातें IMD ऑफिशियल DS पाई ने NDTV Profit के साथ बातचीत में कहीं.

उन्होंने कहा, 'पंजाब, हरियाणा और उत्तरप्रदेश जैसे अहम उत्पादक राज्यों में होने वाली शीतकालीन फसल गेहूं की 90% कटाई हो चुकी है. अगले 2 हफ्तों में बची हुई कटाई भी हो जाएगी. इसलिए तापमान का गेहूं पर कोई असर नहीं होगा.'

उन्होंने आगे कहा कि जहां तक सब्जियों और दूसरी फसलों की बात की जाए, तो जिन इलाकों में अच्छी सिंचाई सुविधाएं मौजूद नहीं हैं, वहां बुवाई में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.

बता दें भारत में इस साल मौसम की स्थितियां खराब होने का अनुमान है. अप्रैल के दौरान दक्षिण और उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में तेज लू चलने की आशंका है.

साथ ही अप्रैल से जून के बीच पूरे देश में सामान्य से ज्यादा तापमान रहने का अनुमान है. कुलमिलाकर देश के अलग-अलग हिस्सों में 10 से 20 दिन तक लू चलने का अनुमान है, जबकि आमतौर पर 4 से 8 दिन तक ही लू चला करती थीं.

मॉनसून से उम्मीद

पाई कहते हैं, 'जैसे-जैसे मॉनसून आएगा, हीट वेव गायब होती जाएंगी. लू का जाना इस पर निर्भर करेगा कि मध्य और उत्तर भारत में कितनी तेजी से बारिश आती है.'

कुछ क्लाइमेट मॉडल्स का अनुमान है कि जून तक अल नीनो की स्थितियां कमजोर हो जाएंगी और सितंबर के आसपास ला नीना का प्रभाव शुरू होने लगेगा. अगर ऐसी स्थितियां बनती हैं, तो इस साल मॉनसून या तो सामान्य होगा या फिर सामान्य से ऊपर होगा. मई में हमें अनुमानों के बारे में ज्यादा बेहतर ढंग से पता लग पाएगा.

बता दें अल नीनो के दौरान सामान्य से तापमान ऊपर हो जाता है, सर्दियां गर्म और बारिश कम होती है. ये सारी चीजें 2023 में देखी गईं.

दूसरी तरफ ला नीना के दौरान समुद्र की सतह का तापमान कम होता है, जिससे भारत के कुछ हिस्सों में ज्यादा बारिश होती है.

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