सनसनी पैदा करने के मकसद से अमेरिकी शॉर्टसेलर हिंडनबर्ग का एक और झूठ बाजार में है. देश और निवेशकों दोनों ही अदालतों में शॉर्ट सेलर के पिछले सारे दावे बेनकाब होने और उसके 'आपदा में अवसर' के पीछे की असली कहानी भी सबके सामने आ चुकी है.
बावजूद इसके, 10 अगस्त, शनिवार को एक बार फिर सनसनी फैलाने की कोशिश की गई. एक नई रिपोर्ट आई, जिसमें देश के मार्केट रेगुलेटर SEBI की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच पर हमला किया गया है, लेकिन रिपोर्ट से पहले X पर ट्वीट करके माहौल बनाया गया.
शॉर्टसेलर की इस नई रिपोर्ट में ग्लोबल प्राइवेट इक्विटी फर्म ब्लैकस्टोन का भी जिक्र किया गया है, मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि इसमें धवल बुच और REITs को लेकर जो कुछ कहा गया है वो गलत है.
सूत्रों ने बताया है कि हिंडनबर्ग के हालिया आरोपों में ब्लैकस्टोन का केवल एक संक्षिप्त सा जिक्र किया गया है, उन्होंने इस रिश्ते की गलत तरीके से व्याख्या की है. धवल बुच और ब्लैकस्टोन के REITs के बीच कोई रिश्ता नहीं है.
धवल बुच 2019 से ब्लैकस्टोन प्राइवेट इक्विटी के सीनियर एडवाइजर हैं. उनकी नियुक्ति तब से पब्लिक डोमेन में है.
धवल बुच ब्लैकस्टोन में रहते हुए कभी भी रियल एस्टेट, REIT, कैपिटल मार्केट्स या किसी भी विषय पर किसी रेगुलेटर के साथ शामिल नहीं रहे
उनकी नियुक्ति SEBI चेयरपर्सन के रूप में माधबी पुरी बुच की नियुक्ति से पहले की है
ब्लैकस्टोन में धवल बुच की नियुक्ति कई इंटरव्यू के बाद की गई थी. धवल बुच यूनिलीवर के चीफ प्रोक्योरमेंट ऑफिसर के पद से रिटायर हुए थे. ब्लैकस्टोन प्राइवेट इक्विटी के सीनियर एडवाइजर के रूप में, धवल बुच खासतौर पर एशिया में प्राइवेट इक्विटी कंपनियों को प्रोक्योरमेंट-सप्लाई चेन से जुड़े मामलों पर सलाह देते हैं. जो उनकी विशेषज्ञता है. वो किसी भी निवेश जुड़ी एक्टिविटी में शामिल नहीं हैं.
शॉर्टसेलर हिंडनबर्ग ने अपनी नई रिपोर्ट में कहा है कि SEBI चेयरपर्सन के पति धवल बुच जो कि प्रोक्योरमेंट और सप्लाई में अपना गहरा अनुभव बताते हैं, जो कंज्यूमर कंपनी यूनिलीवर में चीफ प्रोक्योरमेंट ऑफिसर भी रहे, लेकिन उन्होंने जुलाई 2019 में प्राइवेट इक्विटी फर्म ब्लैकस्टोन को सीनियर एडवाइजर के तौर पर ज्वाइन किया.
ब्लैकस्टोन भारत में एक उभरते एसेट क्लास REITS के सबसे बड़े निवेशकों और स्पॉन्सर्स में से एक रहा है. जबकि धवल बुच का इस क्षेत्र में कोई अनुभव नहीं रहा है.
शॉर्टसेलर ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि जब धवल बुच ब्लैकस्टोन में सीनियर एडवाइजर के पद पर थे, उसी दौरान उनकी पत्नी SEBI में अधिकारी थीं और ब्लैकस्टोन स्पॉन्सर माइंडस्पेस और नेक्सस सेलेक्ट ट्रस्ट के IPO को SEBI से मंजूरी मिली थी.
मजे की बात ये है कि ये सारे दावे शॉर्टसेलर ने लिंक्डइन प्रोफाइल से जानकारी जुटाकर किए हैं, जो कि पब्लिक डोमेन में हैं. शॉर्टसेलर आगे लिखता है कि धवल बुच को पिछले दो दशकों में, कभी भी किसी फंड, रियल एस्टेट या कैपिटल मार्केट में काम करने का कोई अनुभव नहीं रहा है.