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हिंदुस्तान यूनिलीवर ने की मार्जिन में कटौती, डिस्‍ट्रीब्‍यूटर्स का विरोध; AICPDF ने दी खरीदारी रोकने की चेतावनी

ऑल इंडिया कंज्यूमर प्रोडक्ट्स डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन (AICPDF) ने फैसला वापस नहीं लेने पर कंपनी के प्रोडक्‍ट्स की खरीद रोकने की चेतावनी दी है.
NDTV Profit हिंदीसेसा सेन
NDTV Profit हिंदी04:35 PM IST, 29 Dec 2023NDTV Profit हिंदी
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हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) ने कम मांग (Low Demand) के बीच अपने प्रोडक्‍ट्स पर डिस्‍ट्रीब्‍यूटर्स के लिए मार्जिन कम करने का फैसला लिया है, जिसके बाद डिस्‍ट्रीब्यूटर्स के शीर्ष संघ AICPDF ने कंपनी के विरोध में मोर्चा खोल दिया है.

ऑल इंडिया कंज्यूमर प्रोडक्ट्स डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन (AICPDF) ने फैसला वापस नहीं लेने पर कंपनी के प्रोडक्‍ट्स की खरीद रोकने की चेतावनी दी है.

HUL ने कितनी कम कर दी मार्जिन?

NDTV Profit ने मार्जिन से जुड़ा एक डॉक्‍यूमेंट देखा है, जिसके मुताबिक, HUL ने अपने सामान्‍य डिस्‍ट्रीब्‍यूटर्स (General Trade Distributors) के लिए फिक्‍स्‍ड मार्जिन को 3.9% से घटाकर 3.3% कर दिया है, जबकि सेल्‍स के आधार पर दिए जाने वाले वेरिएबल मार्जिन को 0.7% से 2% तक बढ़ा दिया है.

वहीं, नॉन-जनरल ट्रेड डिस्‍ट्रीब्‍यूटर्स के लिए, परफॉर्मेंस-बेस्‍ड मार्जिन को 0.4% से बढ़ाकर 1.7% कर दिया गया है. वेरिएबल पे-आउट को 3 कैटगरी, सेल्‍स, डिमांड (Demand Capture) और आप‍ूर्ति (Demand Fulfilment) में बांटा गया है.

100 शहरों में लागू, अप्रैल से ऑल इंडिया!

डिस्‍ट्रीब्‍यूटर्स के मुताबिक, देश की सबसे बड़ी कंज्‍यूमर गुड्स मेकर कंपनी ने अब तक 100 शहरों में नया मार्जिन स्‍ट्रक्‍चर शुरू कर दिया है, जबकि अप्रैल से इसे देश भर में लागू करने का प्‍लान है.

HUL का ये फैसला ऐसे समय में आया है जब तेजी से आगे बढ़ने वाली कंज्‍यूमर गुड्स इंडस्‍ट्री, घटती वॉल्यूम ग्रोथ से जूझ रही है. इस स्थिति को खास तौर से ग्रामीण इलाकों में डिस्‍ट्रीब्यूशन बढ़ाने और लागत को एडजस्‍ट करने की स्‍ट्रैटेजी के तौर पर देखा जा रहा है.

AICPDF का क्‍या कहना है?

ऑल इंडिया कंज्यूमर प्रोडक्ट्स डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन (AICPDF) के अध्यक्ष धैर्यशील पाटिल ने NDTV Profit से बात करते हुए कहा, 'बढ़े हुए वैरिएबल मार्जिन की पेशकश के साथ मार्जिन में कटौती का फैसला, मैनेजमेंट स्‍ट्रैटजी में बदलाव का इशारा करता है, जो पूरे डिस्‍ट्रीब्‍यूशन नेटवर्क को खतरे में डाल सकता है.' उन्‍होंने कहा, 'ये कदम प्रॉफिट बढ़ाने के 'बेहद कठोर' एजेंडे से प्रेरित दिखता है.'

AICPDF ने X पोस्‍ट में कहा, 'HUL ने डिस्ट्रीब्यूटर्स पर एक्‍सट्रा सेल और स्टॉक डंपिंग के लिए दबाव बनाने की स्थिति पैदा करने के लिए ये कदम उठाया.'

फेडरेशन ने आगे कहा कि ऐसी प्रैक्टिस, निष्पक्ष व्यापार परंपरा (Fair Business Practices) और डिस्‍ट्रीब्‍यूटरशिप में स्थिरता (Sustainability) को लेकर चिंतित करती है.

संघ की HUL से अपील

AICPDF के मुताबिक, मार्जिन कम करने का फैसला एक 'जीत-हार के प्रस्ताव' (Win-Loss Proposition) जैसा है, जहां जनरल ट्रेड डिस्‍ट्रीब्‍यूटर्स को अपनी वाजिब हिस्‍सेदारी से समझौता करने के लिए मजबूत होने का डर है. संघ ने HUL से इस फैसले पर फिर से विचार करने और अलग से इंसेंटिव्‍स की पेशकश करते समय 5% बेस मार्जिन बनाए रखने का आग्रह किया है.

बात नहीं बनी तो 'एक्‍शन'!

पाटिल ने कहा, 'AICPDF इस बारे बातचीत कर हल निकालने की कोशिश करेगा, लेकिन अगर HUL अनुचित व्यवहार जारी रखती है, तो संघ प्रोडक्‍ट्स की खरीदारी रोकने जैसे कदमों पर विचार करेगा.'

2021 में, मोंडेलेज इंटरनेशनल (Mondelez International) की ओर से व्‍होलसेलर को कम मार्जिन पर सामान खरीदने के लिए कहने के बाद मेट्रो कैश एंड कैरी इंडिया (Metro Cash & Carry India Pvt.) ने कैडबरी मेकर्स

मोंडेलेज के साथ बिजनेस बंद कर दिया था. इस मामले का उदाहरण देते हुए AICPDF ने कहा कि HUL के फैसले से डिस्‍ट्रीब्‍यूशन मॉडल बिगड़ सकता है.

शुक्रवार को HUL के शेयर NSE पर 1.14% बढ़कर 2,663.95 रुपये पर बंद हुए.

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