ह्युंदई मोटर इंडिया (Hyundai Motor India) को भारत में छोटी कारों की वापसी की उम्मीद नहीं है. जो दुनिया के तीसरे सबसे बड़े ऑटोमोटिव बाजार के 'एसयूवी-करण SUV-fication' को दर्शाता है.
भारत की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी के COO (चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर) तरुण गर्ग ने मंगलवार को NDTV Profit से कहा, 'महत्वाकांक्षाएं, कार्यक्षमता से ज्यादा अहम होती जा रही है. पहली बार कार खरीदने वाले बहुत से लोग हैचबैक की जगह SUVs चुन रहे हैं. क्रेटा के 28% ग्राहक पहली बार कार खरीद रहे हैं. वेन्यू के 40% ग्राहक पहली बार कार खरीद रहे हैं. ये प्रवृत्ति भारत के कार बाजार के 'SUV-फिकेशन' को दर्शाता है. आज बिकने वाली सभी नई कारों में से लगभग 60% स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन हैं.'
सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर में SUV ने कुल चार पहिया वाहनों की बिक्री में 57.5% की हिस्सेदारी हासिल की है. पिछले महीने SUV की बिक्री में 14% (YoY) की ग्रोथ हुई है और ये 2,25,934 यूनिट हो गई है. जबकि हैचबैक और सेडान की बिक्री में 17.32% की गिरावट आई और ये 1,07,520 यूनिट रह गई.
ह्युंदई की कुल बिक्री में SUV बिक्री की हिस्सेदारी 70% है, जिसमें थर्ड जनरेशन की क्रेटा इस साल सबसे ज्यादा लोकप्रिय रही है. नई सात-सीटों वाली अल्काजार और सब-कॉम्पैक्ट वेन्यू को पुराने खरीदारों के साथ-साथ पहली बार खरीदने वाले भी खूब पसंद कर रहे हैं.
गर्ग ने कहा, 'ग्रैंड i10 Nios हैचबैक के साथ, एक्सटर की बिक्री में उछाल देखा गया है, क्योंकि ह्युंदई ने इसमें डुअल-सिलेंडर CNG पावरट्रेन लगाया है. लेकिन तमाम चीजों के बावजूद, ह्युंदई ने हैचबैक को नहीं भुलाया है. सेंट्रो ने ही दक्षिण कोरियाई कार निर्माता को भारत में एक जाना-पहचाना नाम बनाया था. लेकिन हैचबैक को खत्म नहीं माना जा सकता. चार मिलियन यूनिट वाली इंडस्ट्री में एक मिलियन अब भी हैचबैक हैं. गर्ग ने कहा कि हमारा मानना है कि वॉल्यूम के मामले में अभी भी बहुत कुछ बढ़ने की संभावना है. लेकिन परसेंटेज के हिसाब से शायद हैचबैक में ग्रोथ नहीं होगी. लेकिन स्थिर ग्रोथ संभव है.'
गर्ग ने कहा,'ह्युंदई वहीं होगी जहां ग्राहक है. ग्राहक 'स्पेस भी, माइलेज भी' चाहता है और ये हमारे लिए बहुत अच्छा काम कर रहा है.' ह्युंदई ने अक्टूबर में 17,666 छोटी कारें बेचीं. अप्रैल-अक्टूबर की अवधि में ये संख्या 1,40,428 रही. इसकी तुलना में, मारुति सुजुकी इंडिया ने अक्टूबर में 77,294 यूनिट और अप्रैल-अक्टूबर में 5,09,643 यूनिट बेचीं. टाटा मोटर्स ने अप्रैल-अक्टूबर में 1,05,946 यूनिट बेचीं.