गर्मी का मौसम शुरू हो चुका है और इसी के साथ एयर कंडीशनर (AC) का बाजार सज चुका है. जिस तेजी से गर्मी की एंट्री हुई है, AC की मांग भी तेजी से बढ़ने लगी है. इस बार AC बनाने वाली कंपनियों को जरूरी कच्चे माल की आपूर्ति में बड़ी देरी का सामना करना पड़ रहा है, जिससे अप्रैल के मध्य तक बाजार में AC की भारी कमी होने की आशंका बढ़ गई है.
पिछले साल की स्थिति तो आपको याद ही होगी, जब दिल्ली-NCR समेत देश के कई बड़े शहरों में बाजार से कूलर और AC गायब हो गए थे. गर्मी इतनी ज्यादा थी कि न केवल नए AC, बल्कि रिफर्बिश्ड और पुराने AC का मार्केट भी डिमांड पूरी नहीं कर पा रहा था. हालात वैसे बने तो इस साल भी दिक्कत हो सकती है.
पार्ट्स की सप्लाई में देरी: Panasonic Life Solutions के चेयरमैन मनीष शर्मा के मुताबिक, कंप्रेसर और अन्य ज़रूरी कंपोनेंट्स की शिपमेंट में देरी के कारण अप्रैल में AC का प्रोडक्शन प्रभावित हो सकता है.
चीन पर निर्भरता: भारत में बनने वाले AC के 40% से ज़्यादा पुर्जे चीन से आते हैं, लेकिन अमेरिका के साथ व्यापार युद्ध के चलते चीन अब अमेरिका को प्राथमिकता दे रहा है. इससे भारत में सप्लाई प्रभावित हो सकती है.
BIS सर्टिफिकेशन में देरी: भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) चीन की फैक्ट्रियों को सर्टिफिकेट देने में देरी कर रहा है, जिससे वैकल्पिक सप्लाई भी मुश्किल हो गई है.
डॉलर बनाम रुपया: पिछले साल के मुकाबले देखें तो रुपया करीब 6% तक गिर चुका है, ऐसे में भारतीय कंपनियों के लिए कॉपर और एल्युमिनियम जैसे कच्चे माल महंगे साबित हो रहे हैं.
वोल्टास, ब्लू स्टार, गोदरेज, पैनासोनिक और अन्य कंपनियां 25-30% तक बढ़ी मांग को पूरा करने के लिए तैयार हैं. कंपनियां 25% तक की डिमांड ग्रोथ के लिए तो तैयार हैं, लेकिन अगर पिछले साल जैसी 60% तक की अचानक बढ़ोतरी हुई, तो स्टॉक खत्म हो सकता है. गोदरेज अप्लायंसेज के प्रमुख कमल नंदी के अनुसार, कुछ महत्वपूर्ण कंपोनेंट्स के आयात की मंजूरी एक महीने से अटकी हुई है.
कंपनियों का अनुमान है कि AC की कीमतें 3-4% तक बढ़ सकती हैं, जिससे AC ₹1,500-₹2,000 तक महंगे हो सकते हैं. गोदरेज ने संकेत दिया है कि अप्रैल के अंत तक कीमतें बढ़ाई जा सकती हैं.
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, फरवरी 2024 पिछले 125 सालों में सबसे गर्म रही. मार्च से मई के बीच लू (हीटवेव) के ज्यादा दिन रहने की संभावना है, जिससे AC की मांग रिकॉर्ड स्तर पर जा सकती है. AC का स्टॉक खत्म होने की आशंका भी बन रही है.
ईपैक ड्यूरेबल के CEO अजय DD सिंघानिया ने कहा, 'गर्मियों के मौसम में AC की मांग में तेज बढ़ोतरी देखी जा रही है, पिछले दो वर्षों में सेल्स करीब दोगुनी हो गई है.
पिछले दो सालों में AC की बिक्री दोगुनी हो चुकी है
2023 में 8.5-9 मिलियन यूनिट्स की बिक्री हुई
2024 में यह संख्या 12-13 मिलियन तक पहुंच गई
2025 में 18 मिलियन यूनिट्स की बिक्री होने की उम्मीद है
कंपनियों के अधिकारियों का अनुमान है कि अगर मांग इसी तरह बढ़ती रही और सप्लाई बाधित हुई, तो कम से कम 5 लाख AC की बिक्री नहीं हो पाएगी, जिससे 1,500 से 1,800 करोड़ का नुकसान हो सकता है.