वित्त वर्ष 25 में स्मार्टफोन एक्सपोर्ट (Smartphone Export) के मामले में देश ने नया रिकॉर्ड बनाया है. वित्त वर्ष 2025 की अप्रैल-जनवरी अवधि के दौरान भारत के स्मार्टफोन निर्यात ने 1.55 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड बनाया. जो पिछले वित्त वर्ष में निर्धारित 1.31 लाख करोड़ रुपये के लेवल को पार कर गया है.
बता दें इसे सरकार के PLI प्रोजेक्ट से समर्थन मिला है. भारत से 1.55 लाख करोड़ के स्मार्टफोन बाहर भेजे गए, जिनमें सबसे ज्यादा एपल के फोन थे.
वित्त वर्ष 2024 की इसी अवधि में दर्ज 99,120 करोड़ रुपये की तुलना में वित्त वर्ष 2025 के पहले 10 महीनों में निर्यात कुल मिलाकर 56% अधिक रहा है. जनवरी 2025 में निर्यात भी अपने उच्चतम मासिक लेवल पर पहुंच गया. इसने 25,000 करोड़ रुपये के आंकड़े को छू गया. ये जनवरी 2024 की तुलना में 140% अधिक है.
कुछ एप्पल iPhone वेंडर्स ने इन निर्यातों में लगभग 70% का योगदान दिया, जिसमें तमिलनाडु स्थित कंपनी फॉक्सकॉन का योगदान लगभग आधा था. पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में फॉक्सकॉन के निर्यात में 43% की ग्रोथ हुई है. लगभग 22% iPhone निर्माता टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स से था, जो विस्ट्रॉन से अधिग्रहण के बाद से कर्नाटक फैसिलिटी में अपने प्रोडक्शन में ग्रोथ कर रहा है. तमिलनाडु स्थित कंपनी पेगाट्रॉन से योगदान लगभग 12% था, जिसमें टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने हाल ही में हिस्सेदारी हासिल की है. सैमसंग ने सभी स्मार्टफोन निर्यातों में से लगभग 20% योगदान किया.
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री (MeitY) अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2025 के दौरान स्मार्टफोन निर्यात 20 बिलियन डॉलर या 1.68 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा. भारत 10 साल पहले स्मार्टफोन एक्सपोर्ट के मामले में जहां 67वें पायदान पर था वो अब 2 नंबर पर आ गया है.
अप्रैल 2020 में शुरू हुई PLI स्कीम से निर्यात में तेजी देखने को मिली है. स्मार्टफोन एक्सपोर्ट लगभग दोगुने हो गए, वित्त वर्ष 21 में 23,390 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 22 में 47,340 करोड़ रुपये हो गया है. वित्त वर्ष 23 में निर्यात एक बार फिर बढ़कर 91,652 करोड़ रुपये हो गया है. भारत के स्मार्टफोन निर्यात की ग्रोथ जारी है, जो वित्त वर्ष 24 तक 1.31 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गयी है.