भले ही 2013-14 में भारतीय हवाईअड्डों पर घरेलू यात्री यातायात महज 5.2 प्रतिशत बढ़ा, एयरएशिया और टाटा-एसआईए एयरलाइन जैसी नई विमानन कंपनियों के भारत के बाजार में आने के साथ भारतीय विमानन क्षेत्र में तेजी बहाल होने के संकेत मिल रहे हैं।
बजट पूर्व जारी आर्थिक समीक्षा के मुताबिक, 'संकट के दौर के बाद एयरएशिया इंडिया और टाटा-एसआईए एयरलाइन जैसी नई कंपनियों के आने के साथ विमानन क्षेत्र में वृद्धि बहाल होने के संकेत मिले हैं।'
इसमें कहा गया है कि विदेशी विमानन कंपनियों को भारतीय विमानन कंपनियों में 49 प्रतिशत निवेश करने की अनुमति देने के सरकार के निर्णय के बाद एयरएशिया और टाटा-एसआईए के प्रस्तावों को अपनापत्ति प्रमाण पत्र दिए गए हैं।
इस क्षेत्र को और प्रोत्साहन देने के लिए सरकार ने नियमित परिचालन वाले ऑपरेटरों द्वारा विमान आयात के लिए सैद्धांतिक मंजूरी की वैधता भी पांच साल से बढ़ाकर 10 साल कर दी है। इसकी वजह विमान विनिर्माता कंपनियों द्वारा विमानों की डिलीवरी में लंबा समय लगना है।
आज संसद में पेश आर्थिक समीक्षा 2013-14 के मुताबिक, 2013-14 में भारतीय हवाईअड्डों पर घरेलू यात्री यातायात 12.24 करोड़ यात्रियों का रहा जो 2012-13 में 11.63 करोड़ था।