वेंचर कैपिटल फर्म पीक XV (Peak XV) के एक मैनेजिंग डायरेक्टर के मुताबिक, भारतीय स्टार्टअप्स इस साल निवेशकों से कुल $8-12 बिलियन तक जुटा सकते हैं. भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम दुनिया के दूसरे देशों के मुकाबले सबसे ज्यादा बेहतर है.
पीक XV के मैनेजिंग डायरेक्टर राजन आनंदन (Rajan Anandan) ने सोमवार को स्टार्टअप महाकुंभ (StartUp Mahakumbh) ने बताया कि करीब $20 बिलियन का प्राइवेट कैपिटल अभी तक निवेश नहीं किया गया है और ये पैसा भारत के स्टार्टअप्स और प्राइवेट फर्म्स में निवेश किया जा सकता है.
आनंदन ने कहा कि 2021 और 2022 के पहले भारत में स्टार्टअप्स में निवेश की दर $8-10 बिलियन हुआ करती थी, जो 2021 और 2022 में बढ़कर $60 बिलियन तक पहुंच गई.
उन्होंने कहा, 'बीते साल, ये करीब $7 बिलियन रहा, जिसे लोगों ने कम भी बताया. ये जीरो (0) भी हो सकता था, क्योंकि जितनी फंडिंग 6 साल में होती थी, वो इससे पहले के 2 ही साल में हो गई थी. इस साल भी $8-10 बिलियन या $12 बिलियन की फंडिंग हो सकती है'.
आनंदन ने कहा, 'हमने इस तरह का इकोसिस्टम बना रखा है, जहां पर $10-12 बिलियन का निवेश अगले कुछ साल तक आता रहेगा और अपनी सामान्य गति से ये बढ़ता भी रहेगा'.
भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम को बरकरार रखने के लिए $10 बिलियन या 80,000 करोड़ रुपये का सालाना निवेश काफी है.
अमेरिका में AI पर अपने निवेश पर फोकस को शिफ्ट कर भारत के स्टार्टअप्स दुनियाभर के सबसे जीवंत इकोसिस्टम बन रहे हैं.
आनंदन ने कहा कि उनकी फर्म को पिछले साल कंज्यूमर बिजनेस के लिए निवेश मिला, जो कि अमेरिका में कहीं भी फंड नहीं किया जा रहा था.
उन्होंने कहा, 'भारत में 20 स्टार्टअप्स हैं जिनके शेयर बाजार में खरीदे बेचे जाते हैं. आने वाले 7-8 साल में इन स्टार्टअप्स की संख्या बढ़कर 100 हो जाएगी'.