एयरलाइन कंपनी इंडिगो (IndiGo) ने अपनी विस्तार योजनाओं के तहत वर्ष 2030 तक अपने बेड़े में 600 से अधिक विमानों को शामिल करने का लक्ष्य रखा है. वर्तमान में, एयरलाइन के पास 400 से अधिक विमान हैं, और उसने 925 नए विमानों का ऑर्डर दिया है, जो आने वाले वर्षों में डिलीवर किए जाएंगे.
इंडिगो का उद्देश्य अपनी अंतरराष्ट्रीय क्षमता को वित्त वर्ष 2030 तक 28% से बढ़ाकर 40% करना है. इसके लिए, एयरलाइन ने A321 XLR विमानों की डिलीवरी वित्त वर्ष 2026 में प्राप्त करने की योजना बनाई है, जो एशिया और यूरोप के विभिन्न रूट्स पर उड़ानें भरेंगी.
इंडिगो ने वित्त वर्ष 2026 में 14 नए गंतव्यों को जोड़ने की योजना बनाई है, जिससे उसकी पहुंच और व्यापक होगी. इसके अलावा, एयरलाइन की योजना एम्स्टर्डम और मैनचेस्टर जैसे प्रमुख यूरोपीय शहरों के लिए सीधी उड़ानें शुरू करने की है, जिससे यात्रियों को और अधिक विकल्प मिलेंगे.
यात्रियों की संख्या में दोगुनी बढ़ोतरी: इंडिगो का कहना है कि भारत में यात्री संख्या 2030 तक 25 करोड़ से बढ़कर 51 करोड़ होने की उम्मीद है.
इंटरनेशनल फ्लाइट्स में बढ़त: कंपनी का लक्ष्य है कि FY2030 तक इंटरनेशनल कैपेसिटी शेयर 28% से बढ़ाकर 40% किया जाए.
925 नए एयरक्राफ्ट्स का ऑर्डर: इंडिगो के पास फिलहाल 925 एयरक्राफ्ट का ऑर्डर है, जो अभी डिलीवर नहीं हुए हैं. कंपनी ने 2030 तक 600+ एयरक्राफ्ट के ऑपरेशन में होने का टारगेट दोहराया है.
A321 XLR डिलीवरी और नए रूट: FY26 में A321 XLR एयरक्राफ्ट की डिलीवरी की उम्मीद. ये विमान एशिया और यूरोप के रूट्स पर शुरू किए जाएंगे.
एंसीलरी रेवेन्यू बढ़ाने पर फोकस: इंडिगो का इरादा है कि टिकट के अलावा मिलने वाले रेवेन्यू (एंसीलरी) को और बढ़ाया जाए.
लॉयल्टी प्रोग्राम में बूम: कंपनी के लॉयल्टी प्रोग्राम में 5 महीनों में 20 लाख मेंबर्स जुड़े.
हर हफ्ते नया एयरक्राफ्ट: FY26 में हर हफ्ते एक नया एयरक्राफ्ट डिलीवरी का प्लान, FY25 की तरह.
डबल डिजिट ग्रोथ: FY26 में कैपेसिटी और पैसेंजर ट्रैफिक में शुरुआती डबल डिजिट ग्रोथ का अनुमान.
14 नए डेस्टिनेशन जुड़ेंगे: FY26 में कंपनी 14 नए डेस्टिनेशन जोड़ने का प्लान बना रही है.
इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स ने कहा कि एयरलाइन का लक्ष्य 2030 तक नए घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मार्गों के साथ-साथ गंतव्यों का आकार दोगुना करना है. इसके अलावा, इंडिगो ने 500 नए एयरबस ए320 फैमिली एयरक्राफ्ट का ऑर्डर दिया है, जो दुनिया में सबसे बड़ा सिंगल ऑर्डर है.