इंफोसिस के CEO सलिल पारेख (Salil Parekh) ने कहा कि GenAI पर क्लाइंट्स रूचि दिखा रहे हैं. हालांकि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उन्हें इस न्यू-एज टेक्नोलॉजी की वजह से कंपनी में छंटनी (Layoffs) की कोई आशंका नहीं दिखती है. PTI को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि वो आर्थिक माहौल में बदलाव के साथ अपना रिक्रूटमेंट जारी रखेंगे.
3.9 बिलियन डॉलर की GST टैक्स डिमांड पर पारेख ने कहा कि इंफोसिस पहले ही जानकारी दे चुकी है, उसने बाजार में डिस्क्लोजर दिया है और अब आगे उसके पास साझा करने के लिए कोई जानकारी मौजूद नहीं है. पारेख ने कहा कि हमारे पास कोई नया अपडेट नहीं है. स्टेटस वही है जो कुछ दिनों पहले एक्सटर्नली शेयर किया गया था.
जेनरेटिव AI पर पारेख ने आगे कहा कि इस पर क्लाइंट्स की ओर से बड़ी रूचि देखने को मिल रही है. उन्होंने इसकी तुलना इससे पहले डिजिटल और क्लाउड टेक्नोलॉजीज के लिए दिखे ट्रेंड से की. इंफोसिस CEO का कहना है कि GenAI का इस्तेमाल समय के साथ बढ़ेगा क्योंकि कंपनियों को इससे होने वाले फायदे दिखने लगेंगे.
इंफोसिस AI पर तेजी के साथ काम कर रही है. इस साल की शुरुआत में कंपनी ने कहा था कि वो क्लाइंट्स के लिए 225 जेनरेटिव AI प्रोग्राम पर काम कर रही है और उसने जेनरेटिव AI में 2,50,000 से ज्यादा कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी है.
ओवरऑल बिजनेस के लिए GenAI के तहत नए क्षेत्रों पर काम हो रहा है. इसका एक उदाहरण क्रेडिट एनालिसिस को बेहतर बनाना है जिससे बैंकों को रेवेन्यू और प्रोडक्टिविटी बढ़ाने में मदद मिल सकती है.
पारेख ने कहा, मेरा मानना है कि टेक्नोलॉजी से कारोबार को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी. इन न्यू टेक्नोलॉजी से इंफोसिस में किसी छंटनी की आशंका नहीं है और हम आर्थिक माहौल बदलने के साथ अपनी रिक्रूटमेंट को भी जारी रखेंगे. जैसा कि आपने Q1 में देखा कि हमारी तिमाही और सालाना आधार पर मजबूत ग्रोथ रही थी. हमने अपनी गाइडेंस को बढ़ाया था. तो हम ग्रोथ को धीरे-धीरे वापस आता देख रहे हैं.
पारेख ने कहा कि कि जेन AI बहुत अहम बन गई है और क्लाइंट्स सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट से लेकर कस्टमर सर्विसेज जैसे क्षेत्रों में फायदे हासिल करने के लिए इनका इस्तेमाल करने पर विचार कर रहे हैं.
पारेख के मुताबिक कंपनी इस बात को समझ रही है कि इससे क्लाइंट्स बड़ा फायदा हासिल कर सकते हैं. पारेख ने कहा कि तीसरा एरिया है जब क्लाइंट्स के पास नॉलेज ओब्जेक्ट्स होते हैं जैसे बैंक के क्रेडिट डिपार्टमेंट या टेलीकॉम में उनके प्रोग्राम की प्राइसिंग, ऐसे मामलों में जनरेटिव AI बहुत काम आती है.
इंफोसिस ने जेनरेटिव AI से मिलते रेवेन्यू का कोई ब्रेक-अप नहीं दिया है. उन्होंने कहा कि इंफोसिस में जेनरेटिव AI पर काम किया जा रहा है. कंपनी AI-फर्स्ट एंटिटी बनने पर फोकस कर रही है.