IRCTC यानी इंडियन रेलवे कैटरिंग टूरिज्म कॉर्पोरेशन ने कहा है कि ऑनलाइन ट्रेन टिकटिंग सर्विस 'ट्रेनमैन' (Trainman) के अदाणी ग्रुप द्वारा अधिग्रहण से उसे किसी प्रतिस्पर्धा (Competition) का सामना नहीं करना पड़ेगा. ये अधिग्रहण, उसके लिए कंपटीशन की स्थिति पैदा नहीं करेगा.
सरकार द्वारा नियंत्रित IRCTC के एक बयान के अनुसार, ट्रेनमैन IRCTC के 32 'B2C' यानी बिजनेस-टू-कंज्यूमर पार्टनर्स में से एक है, जिसकी कुल आरक्षित टिकटों में महज 0.13% हिस्सेदारी है. किसी भी एजेंसी द्वारा अधिग्रहण से किसी भी तरह 'मौजूदा B2C पॉलिसी' पर फर्क नहीं पड़ेगा. IRCTC ने साफ किया कि भारतीय रेलवे में रोजाना करीब 14.5 लाख टिकट बुक होते हैं, जिसमें 81% ई-टिकट होते हैं, जो कि IRCTC के जरिए बुक होते हैं.
Trainman IRCTC के अधिकृत 'B2C' भागीदारों में से एक है. हिस्सेदारी बदलने से इसमे कोई अंतर नहीं आएगा. सभी एकीकरण और संचालन IRCTC के माध्यम से जारी रहेंगे. ये केवल IRCTC का पूरक होगा और ये IRCTC के लिए कोई खतरा या चुनौती नहीं है.
ट्रेनमैन एक IRCTC से अधिकृत टिकट बुकिंग प्लैटफॉर्म है जिसे स्टार्क एंटरप्राइज ऑपरेट करता है. इस प्लेटफॉर्म से बुकिंग के अलावा रेलवे संबंधी सूचनाएं हासिल की जा सकती हैं. जैसे कि PNR स्टेटस, कोच की पोजीशन, ट्रेन की लाइव ट्रैकिंग वगैरह, कई सारी जरूरी जानकारियां इसके जरिये हासिल की जा सकती है.
IRCTC ने अपने बयान में कहा है कि इसने अपनी पहुंच को पूरा करने के लिए और बढ़ाने के लिए B2B (बिजनेस-टू-बिजनेस), B2C (बिजनेस-टू-कंज्यूमर) और ई-गवर्नेंस योजनाओं के तहत कई एजेंसियों के साथ साझेदारी की है. IRCTC और इसके एजेंट्स के बीच कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है.
बयान में कहा गया है कि B2C फर्मों को IRCTC के साथ इंटीग्रेट किया गया है ताकि IRCTC, API के माध्यम से ग्राहकों को सीधे उनकी वेबसाइटों या मोबाइल ऐप के माध्यम से आरक्षित ई-टिकटिंग सेवाएं प्रदान की जा सकें.