ITC होटल्स (ITC Hotels) का इसकी मूल कंपनी ITC लिमिटेड (ITC Ltd.) से डीमर्जर आज यानी 6 जनवरी से प्रभावी हो रहा है. आज एक्स-डेट है, यानी जिन निवेशकों के खाते में ITC के शेयर हैं, उनको हर 10 शेयरों पर डीमर्ज्ड होने वाली कंपनी ITC होटल्स का 1 शेयर मिलेगा.
ITC होटल्स के शेयरों को उन निवेशकों के डीमैट अकाउंट्स में डाला जाएगा, जिनके पास 6 जनवरी 2025 को ITC के शेयर होंगे. सिगरेट से लेकर FMCG के कई प्रॉडक्ट्स बनाने वाली कंपनी 6 जनवरी को शेयर की कीमत का पता लगाने के लिए स्पेशल ट्रेडिंग सेशन में हिस्सा लेगी. ITC के शेयर की कीमत को ऐसे स्तर तक एडजस्ट किया जाएगा, जिससे ITC होटल्स के लिए सही वैल्यू मिल सके.
होटल्स सब्सिडियरी के डीमर्जर से ITC होटल्स 140 होटलों और 12,965 कमरों के साथ भारत की दूसरी सबसे बड़ी होटल चेन बन जाएगी. कंपनी 4,300 कमरों के साथ 46 होटलों पर भी काम कर रही है जो मार्च 2030 तक चालू जाएंगे. इससे प्रॉपर्टी की कुल संख्या 186 तक पहुंच जाएगी.
कंपनी वेलकम होटल, मेमेनटोस, Storii, फॉर्च्यून और वेलकम हैरिटेज ब्रैंड्स के तहत प्रॉपर्टी को मैनेज करती है. ITC होटल्स ने एसेट-लाइट मॉडल की ओर रुझान दिखाया है. कंपनी ने कहा कि एसेट राइट स्ट्रैटजी के मुताबिक नौ मैनेज्ड प्रॉपर्टी को शुरू किया गया था.
सितंबर 2024 तक के 6 महीने की अवधि के आखिर पर होटल्स बिजनेस का रेवेन्यू 1,450 करोड़ और प्रॉफिट बिफोर इंट्रस्ट एंड टैक्स 304 करोड़ रुपये रहा. कंपनी का अपनी बुक्स में बेहद कम बकाया और समान अवधि के लिए प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 222 करोड़ रुपये है.
ITC होटल्स की मैनेजमेंट फी में पिछले पांच सालों में 21% की सालाना कंपाउंड ग्रोथ देखने को मिली है. कंपनी का मैनेज्ड पोर्टफोलियो मौजूदा वित्त वर्ष में 33% से बढ़कर पांच साल बाद 42% पर पहुंच गया है.
इससे कंपनी का मार्जिन पोर्टफोलियो बढ़ जाएगा. कंपनी ने अपनी एनालिस्ट प्रेजेंटेशन में कहा कि ITC सोनार बांग्ला में जीरो बकाया और बड़ा कैश जनरेशन होगा, जिससे ग्रोथ में तेजी आएगी.
ITC होटल्स में 208.07 करोड़ रुपये की इक्विटी कैपिटल होगी. इसमें 1 रुपये की फेस वैल्यू के साथ 208.07 करोड़ रुपये के 208.07 करोड़ शेयर शामिल होंगे. 6 जनवरी को स्टॉक के एक्स-डीमर्जर जाते समय ITC के शेयर की कीमत होटल एसेट्स के डीमर्जर के लिए एडजस्ट हो जाएगी.
30 सितंबर 2024 के आखिर में ITC के होटल सेगमेंट की नेट वर्थ 7818.4 करोड़ रुपये थी. ये समान अवधि के आखिर में ITC के कुल नेटवर्थ का 9.5% है. उसकी बुक वैल्यू/ शेयर 37.57 रुपये/ शेयर होगी.
ITC होटल्स की मार्केट वैल्यू ट्रेडिंग के आधार पर शुरू होगी, जब एक बार शेयर क्रेडिट और शेयर बाजार पर लिस्ट हो जाते हैं. ITC बेल वेदर इंडेक्स स्टॉक है. इसलिए इससे बनने वाली सब्सिडियरी ITC होटल्स इंडेक्स के हिस्से के तौर पर ही ट्रेड होगी.
कंपनी प्रेजेंटेशन के मुताबिक ITC होटल्स का कंसोलिडेटिड बेसिस पर रेवेन्यू FY24 में 3,103 करोड़ रुपये और सितंबर 2024 में खत्म हुई 6 महीने की अवधि के लिए 1,450 करोड़ रुपये रहा. होटल्स की सब्सिडियरी का EBITDA मार्जिन H1FY25 में 32% और EBIT 304 करोड़ रुपये रहा. ये पोर्टफोलियो का करीब 33% है.
कंपनी डेट-फ्री है और 27% टैक्स की दर का आकलन करते हुए कंपनी का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 221.9 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है. पूरे वित्त वर्ष यानी FY25 के लिए ITC होटल्स का रेवेन्यू 3,190 करोड़ और प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 489 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है.
FY26 में रेवेन्यू में 20% उछाल के आधार पर ITC होटल्स का रेवेन्यू 3,828 करोड़ और EBITDA मार्जिन 35% रह सकता है. इसके अलावा प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 590 करोड़ और अर्निंग्स प्रति शेयर या EPS 2.8 रुपये/ शेयर रहने का संकेत मिलता है.
ITC होटल्स के प्रतिद्वंद्वी जैसे इंडियन होटल्स, EIH, वेन्टिव होस्पिटैलिटी, लेमन होटल्स और जुनिपर होटल्स का FY26 के लिए प्राइस टू अर्निंग्स 40-75 गुना है. 40 गुना FY26 प्राइस टू अर्निंग्स का मतलब है कि ये करीब 114 रुपये/ शेयर पर ट्रेड कर सकता है.
हालांकि लेकिन बाजार बहुत से होटल्स को EBITDA मेट्रिक के आधार पर भी एंटरप्राइज वैल्यू पर रखता है. इंडियन होटल्स FY26 के लिए करीब 27 गुना EV/ EBITDA पर ट्रेड कर रही है. ये ITC होटल्स की कीमत 165 रुपये/ शेयर रखता है.