दुनिया की सबसे बड़ी अल्कोहल कंपनी डियाजियो (Diageo) के भारतीय मूल के CEO इवान मैनुअल मेनेजेस (Ivan Manuel Menezes) का बुधवार को निधन हो गया. लंदन के अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली. उनकी उम्र 64 वर्ष थी और वो इसी महीने (जून) के अंत में रिटायर होने वाले थे.
PTI के अनुसार, पेट में अल्सर होने के कारण उन्हें लंदन में अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हालांकि आधिकारिक रूप से मौत के कारणों के बारे में कुछ नहीं कहा गया है.
इवान मेनेजेस का जन्म महाराष्ट्र के पुणे में हुआ था. उनके पिता मैनुअल मेनेजेस भारतीय रेलवे बोर्ड के चेयरमैन रहे थे. मेनेजेस ने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज और IIM अहमदाबाद से पढ़ाई की थी. उनके भाई विक्टर मेनेजेस सिटी बैंक के पूर्व अध्यक्ष और CEO रहे हैं.
मेनेजेस 1997 में डियाजियो से जुड़े थे. 2012 में वे कंपनी के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर बने और फिर 2013 में कंपनी के CEO बनाए गए. उनके कार्यकाल में कंपनी का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा और डियाजियो दुनिया की सबसे बड़ी स्पिरीट कंपनी बनी.
मौजूदा समय में कंपनी के पास पूरी दुनिया में 200 से अधिक ब्रांड्स हैं और 180 बाजारों में कंपनी का कारोबार फैला हुआ है. जॉनी वॉकर व्हिस्की, कंपनी का सबसे लोकप्रिय ब्रांड है. स्कॉच व्हिस्की, वोदका, जिन, रम, कैनेडियन व्हिस्की, लिकर और टकीला में डियाजियो अग्रणी ब्रांड है.
मेनेजेस की हेल्थ कंडीशन देखते हुए डियाजियो ने सोमवार को अंतरिम CEO के नाम का ऐलान किया था. कंपनी ने कहा था, 'जब तक मेनेजेस का मेडिकल ट्रीटमेंट हो रहा है, तब तक डेबरा क्रू (Debra Crew) कंपनी की अंतरिम CEO रहेंगी. कंपनी की ओर से ये फैसला मेनेजेस की सेहत को देखते हुए लिया गया था. इस फैसले के 2 दिन बाद बुधवार को उनके निधन की खबर आई.